Gorakhpur News: गोरखपुर में अवैध कॉलोनी और अवैध प्लाटिंग को लेकर विकास प्राधिकरण (जीडीए) के उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह तंवर शख्स नजर आ रहे हैं. जीडीए की टीम विस्तारित क्षेत्र में अवैध कॉलोनियों एवं अवैध प्लाटिंग को चिन्हित करने के लिए ड्रोन कैमरे से सर्वे कर रही है.अब तक करीब 26 से अधिक कॉलोनी को चिन्हित किया है. सर्वे पूरा होने के बाद प्रशासन और पुलिस की टीम की सहायता से गोरखपुर विकास प्राधिकरण इन अवैध कॉलोनी पर बुलडोजर चलाएगा.
विकास प्राधिकरण ने प्रभारी मुख्य अभियंता किशन सिंह के नेतृत्व में अभियंताओं की अलग-अलग टीम बनाकर क्षेत्र में अवैध कॉलोनी को चिन्हित करने का कमान उन्हें सौंपा है. सभी अभियंता कॉलोनी की फोटो और वीडियो तैयार कर उसकी जांच पड़ताल कर रहे हैं. जिन कॉलोनी का तलपत मानचित्र जीडीए के पास नहीं होगा उन सभी कॉलोनी पर कार्रवाई की जाएगी. इतना ही नहीं जीडीए इन सभी कॉलोनी की सूची विकास प्राधिकरण की वेबसाइट पर भी अपलोड करेगी. जिससे लोगों को उन अवैध कॉलोनी के बारे में जानकारी हो सके और सतर्क हो जाएं.
बता दें कि, पहली बार जीडीए के ड्रोन के माध्यम से अवैध कॉलोनी एवं अवैध प्लाटिंग की निगरानी की जा रही है. इस सर्वे के माध्यम से यह देखा जा रहा है की अवैध कॉलोनी से सटे कौन-कौन से कॉलोनियां हैं.
न्यू बंधन सिटी मोतीराम अड्डा, रामनगर कड़जहाँ में दिलीप यादव की प्लाटिंग, एजीएल पैराडाइस देवीपुर, द रॉयल ग्रीन सिटी कड़जहां, सुरेंद्र सिंह आदि की प्लाटिंग रामनगर कड़जहाँ, आयुष रेजिडेंस रामनगर कड़जहाँ, सुंदर विहार रामलखना,वीरू सिंह की वनस्पति में प्लाटिंग, कृष्ण पुरम जंगल चौरी, वसुंधरा सिटी ताल नंदौर ,सिंगापुर सिटी ताल नंदौर, बालाजी ग्रीपेज ताल नंदौर,महेंद्र प्रताप यादव की प्लाटिंग बहरामपुर, कमलेश यादव की प्लाटिंग माढापार सहित कई कॉलोनियां हैं.
गोरखपुर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह तंवर ने पहले ही स्पष्ट रूप से यह बात कही थी की किसी भी दशा में अवैध प्लाटिंग को पनपने नहीं दिया जाएगा. जिसको लेकर उन्होंने सार्वजनिक तौर पर नोटिस भी प्रकाशित कर दी थी और लोगों से अवैध प्लाटिंग में जमीन ना खरीदने की अपील भी की थी. महायोजना 2031 लागू होने के बाद विस्तारित क्षेत्र में भी तलपट मानचित्र पास कराया जा सकेगा. जीडीए की ओर से इससे पहले भी 150 लोगों को नोटिस दिया जा चुका है.
बताते चलें सीएम योगी के निर्देश के बाद जीडीए का विस्तार कौड़ीराम, कैंपियरगंज , खजनी , तक भी करने की तैयारी है. जीडीए का सीमा विस्तार 2 साल पहले किया गया था. इस समय प्राधिकरण की सीमा में 319 गांव शामिल है. इसके साथ ही पिपराइच ,पीपीगंज व मुंडेरा बाजार नगर पंचायत भी प्राधिकरण की सीमा में है.
रिपोर्ट– कुमार प्रदीप