UP Weather Update: IMD ने यूपी में जारी किया बारिश का अलर्ट, जानें अपने जिले का वेदर अपडेट
UP Weather Update: मौसम विभाग के अनुसार, आगामी तीन-चार दिन और बारिश का मौसम बना रहेगा. आईएमडी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश समेत देश के कई हिस्सों में आज, 13 अक्टूबर को कहीं बारिश तो कहीं बादल छाए रहेंगे.
Lucknow News: उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में बारिश का सिलसिला लगातार जारी है. बिन मौसम हो रही बारिश के कारण किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. मौसम विभाग के अनुसार, आगामी तीन-चार दिन और बारिश का मौसम बना रहेगा. आईएमडी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश समेत देश के कई हिस्सों में आज, 13 अक्टूबर को कहीं बारिश तो कहीं बादल छाए रहेंगे.
यूपी के अलग-अलग इलाकों में आज हल्की बारिश की आशंका
वेदर वेबसाइट स्काईमेट के अनुसार, एक ट्रफ रेखा केरल पर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से लेकर दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश तक आंतरिक कर्नाटक, मराठवाड़ा और विदर्भ तक फैली हुई है. ऐसे में पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा, तेलंगाना, तमिलनाडु और पूर्वोत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. इसके अलावा हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और बिहार में हल्की बारिश संभव है.
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में युद्धस्तर पर राहत कार्य के निर्देश
इधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में युद्धस्तर पर राहत कार्य करने के निर्देश दिए हैं. आमजन की सुरक्षा को शीर्ष प्राथमिकता देने पर बल देते हुए मुख्यमंत्री ने मंत्रिसमूहों को संबंधित प्रभार वाले मंडलों व जिलों के दौरे पर जाने के निर्देश दिए. बुधवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में तेज बारिश से हुई जनधन हानि की स्थिति की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते कुछ दिनों में अत्यधिक बरसात से जनजीवन, पशुधन और खेती-किसानी पर प्रतिकूल प्रभाव देखने को मिला है.
25 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पशुधन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में पशुचारे का पर्याप्त प्रबंध किया जाए. वर्तमान में प्रदेश के 15 जनपदों में 1500 से अधिक गांवों की लगभग 25 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित हैं. वर्तमान ने राप्ती और सरयू (घाघरा) खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. मुख्यमंत्री ने नदियों के जलस्तर की सतत निगरानी करने पर बल देते हुए कहा कि इन सभी बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य हेतु आवश्यकतानुसार एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी की टीमें तैनात की जाए.