काशी विश्वनाथ मंदिर में इस वजह से पंडो और फूल विक्रेताओं में हुई लड़ाई, मुक दर्शक बने रहें पुलिस
काशी विश्वनाथ मंदिर में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब कुछ पंडों का फूल विक्रेताओं के साथ किसी बात को लेकर हाथापाई हो गई. वहीं, सबसे आश्चर्य बात ये रही पुलिस मूकदर्शक बनी रही.
काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple) में हर रोज हजारों की संख्या में भक्तजन दर्शन के लिए आते है. अनुमन यहां हर रोज श्रद्धालुओं की भीड़ लगी होती है. लेकिन आज मंदिर के पास उस वक्त हड़कंप मच गया, जब दर्शन पूजन कराने वाले कुछ पंडा फूल विक्रेताओं से आपस में भिड़ गए. दोनों पक्ष के बीच जमकर मारपीट हुई. वहीं, सबसे आश्चर्य बात ये रही पुलिस मूकदर्शक बनी रही.
जानकारी के अनुसार पंडो ने आरोप लगाया है कि फूल विक्रेता आने वाले दर्शनार्थियों को गलत तरीके से बरगला कर बिना टिकट के दर्शन के नाम पर अत्यधिक पैसे ले रहा है. इस बारे में पहले भी विक्रेता को चेतावनी दी गई थी, लेकिन वो अत्यधिक दक्षिणा के लालच में अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा था. इसलिए उनलोगों का आज गुस्सा फूट गया.
पंडों का कहना है कि माला फूल विक्रेता पिछले कई दिनों से लोगों को गलत तरीके से दर्शन कराकर दक्षिणा ऐंठ रहा है. इस बात को लेकर कई दिनों से माला फूल विक्रेता को समझाया जा रहा है कि वह सिर्फ अपना काम करें. बावजूद उसके दर्शनार्थियों को बिना टिकट सुगम दर्शन करा रहे थे. इस पर आपत्ति करने पर फूल विक्रेता गालियां देने लगा. जिसके बाद पंडों और फूल विक्रेता में पहले तो बहस शुरू हो गई. बाद में जब बात नहीं बनी तो दोनों में जमकर हाथापाई हुई. वहीं मौके पर मौजूद पुलिस पहले तो खामोशी से सब कुछ देखती रही, लेकिन जब मामला बढ़ने लगा तो भी बचाव करके दोनों पक्षों को हटा दिया.
पंडो ने कहा कि इस मामले में बार-बार कई बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन न तो पुलिस-प्रशासन कुछ करती है न ही दुकानदार अपनी हरकतों से बाज आ रहे हैं. कुछ लोगों की सह पर उन सब का मनबढ़ गया है और वह मनमानी कर रहे हैं. वहीं पंडों ने यह भी आरोप लगाया है कि वे लोग कोविड प्रोटोकॉल की भी पालना नहीं कर रहे हैं.
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रिपोर्ट: विपिन सिंह, वाराणसी