Varanasi News: कहते हैं कि जन्म और मृत्यु दोनों ऊपर वाले के हाथ में निर्धारित हैं. इसीलिए कहा जाता है कि “जाको राखे साइयां मार सके न कोय” ऐसी ही एक घटना वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन पर घटी. जहां प्लेटफार्म नंबर एक पर चलती ट्रेन में चढ़ने के दौरान एक महिला का पैर फिसल गया, जिससे वह कोच और प्लेटफार्म के बीच में फंस गई.
जन्म और मृत्यु दोनों ऊपर वाले के हाथ में हैं, इसीलिए कहा भी जाता है कि 'जाको राखे साइयां मार सके न कोय'. कृपया चलती हुई ट्रेन में ना चढ़ें/उतरें, यह जानलेवा हो सकता है.@IRCTCofficial @RailMinIndia pic.twitter.com/5vuYeJ40XO
— Sohit Trivedi (@SohitSharma05) July 12, 2022
महिला उसके बाद वह घसीटते हुए कुछ दूर तक गई. हालांकि उसी बोगी में मौजूद आरपीएफ के हेड कांस्टेबल ने तत्परता दिखाते हुए महिला का हाथ पकड़ लिया, जिससे महिला की जान बच गयी. महिला के साथ ये हादसा तब हुआ जब वह चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश कर रही थी. स्पीड तेज होने की वजह से महिला ट्रेन में चढ़ नहीं पाई और वह ट्रेन और प्लेटफॉर्म के बीच की जगह में फंस गई. महिला का नाम पार्वती है. जोकि ट्रेन में बिहार के दुरौंधा से सवार हुई थी. उसे आनंद बिहार जाना था.
महिला वाराणसी स्टेशन पर पानी लेने के लिए उतरी थी. कुछ ही देर में ट्रेन चलने लगी. आनन फानन में महिला ट्रेन में चढ़ने के लिए दौड़ी लेकिन उसका पैर फिसल गया और वह ट्रेन और प्लेटफॉर्म के बीच में फंस गई. इस दौरान प्लेटफार्म पर खड़े लोग शोर मचाते हुए उसे बचाने के लिये दौड़े. जिस बोगी में महिला चढ़ने जा रही थी उसी बोगी में प्रयागराज, रामबाग में पोस्टेड आरपीएफ के हेड कांस्टेबल राजेश कुमार सिंह कोच के दरवाजे पर खड़े थे.
कांस्टेबल राजेश की निगाह महिला पर पड़ी और उन्होंने महिला का हाथ पकड़ लिया और नीचे नहीं जाने दिया. इसी वजह से महिला ट्रेन के पहिए तक नहीं पहुंच पाई. ट्रेन चल चुकी थी इसलिए महिला कुछ देर तक प्लेटफॉर्म में घिसटती रही. इस घटना पर ट्रेन के गॉर्ड की जब नजर पहुंची तो उसने तुरंत ट्रेन को रुकवाया और इसके बाद महिला को निकाला गया. प्लेटफॉर्म में जिस जिस ने इस घटना को देखा कुछ समय के लिए उनकी सांसे अटक गई थीं.
रिपोर्ट- विपिन सिंह