Lucknow: यूपी में प्रवेश करेंगे तो आपको फोर लेन की सड़कें मिलेंगी. प्रधानमंत्री की प्रेरणा से देश इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जिस मजबूती और आत्मविश्वास के साथ इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर फोकस किया, वो आज एक मॉडल के रूप में देखा जाता है.
साढ़े आठ साल में देश रोड इंफ्रस्ट्रक्चर के क्षेत्र में जिस प्रकार से आगे बढ़ा है, उसी से प्रेरणा लेकर हमने यूपी में काम शुरू किया गया है. भारतीय सड़क कांग्रेस ( Indian Road Congress 2022) के 81वें अधिवेशन का उद्घाटन करते हुये सीएम योगी आदित्यनाथ ने यह बातें कही. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद थे.
उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग के सहयोग से आयोजित भारतीय सड़क कांग्रेस के उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी 5वीं बार Indian Road Congress 2022 की मेजबानी कर रहा है. आजादी के अमृत काल में उत्तर प्रदेश को 81वें अधिवेशन के लिए चुना गया है. हमने ये महसूस किया कि 25 करोड़ जनता की आय में कई गुना वृद्धि करनी है तो हमें इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान देना ही होगा. उसी आधार पर हमने अपने कार्यक्रमों को आगे बढ़ाया है. इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए हमने इंटरस्टेट कनेक्टिविटी पर सबसे ज्यादा फोकस किया.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि औद्योगिक निवेश के लिए ये जरूरी है कि हम न केवल बेहतर कानून व्यवस्था दें, बल्कि हमारी प्रशासनिक मशीनरी समय पर निर्णय लेते हुए ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की गतिविधि को भी आगे बढाए. इसके साथ ही हम इंफ्रास्ट्रक्चर पर फोकस करते हुए वर्ल्ड क्लास के एक्सप्रेस वे के जाल बिछाने का भी कार्य करें. क्योंकि इंफ्रास्ट्रक्चर किसी भी इकॉनमी की बैक बोन होती है. अर्थव्यवस्था को अगर बूस्टअप करना है तो अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर उसकी पहली शर्त होती है.
सीएम योगी ने बताया कि सरकार ने कोरोना महामारी के काल में भी अपने दो पिछड़े क्षेत्र पूर्वांचल और बुंदेलखंड को वर्ल्डक्लास एक्सप्रेस वे के साथ जोड़ा है. इसके अलावा दिल्ली मेरठ 12 लेन एक्सप्रेस वे को ना सिर्फ बनाया बल्कि राष्ट्र को समर्पित भी किया. इसके साथ ही आज यूपी एफडीआर तकनीक को सबसे सफलतापूर्वक लागू करने वाला राज्य है. हमारी ग्रामीण सड़कें इसी तकनीक से बन रही हैं. इससे हम एक तिहाई कम लागत में ज्यादा टिकाऊ सड़कें बना रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा समाज भगवान विश्वकर्मा की पूजा करने वाला है. मगर तकनीक की बात आते ही अक्सर हम दूसरे देशों की ओर देखने लगते हैं. हमारे तकनीकी विशेषज्ञ कभी-कभी लकीर के फकीर बने रहते हैं. हमें इससे उभर कर नये सिरे से सोचने और नयी परिस्थिति के अनुसार अपने आप को ढालने के लिए तैयार होना होगा.
सीम योगी ने इंडियन रोड कांग्रेस के अधिवेशन के मंच से ही रोड इंफ्रास्ट्रक्चर में इनोवेटिव आइडिया के लिए उत्तर प्रदेश की ओर से प्रतिवर्ष मेडल देने का एलान किया. IRC 2022 हर साल अपने अधिवेशन के माध्यम से रोड इंफ्रास्ट्रक्चर में इनोवेटिव आईडिया के लिए अपने कुछ मेडल जारी करता है. मैं यहां पर यूपी मेडल फॉर इनोवेटिव टेक्नॉलॉजी इन रोड टेक्नोलॉजी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर प्रदान करने की घोषणा करता हूं. मैं IRC से कहूंगा कि वो यूपी सरकार की ओर से प्रतिवर्ष इसे जारी करें. इसके लिए जो भी खर्च आएगा वो यूपी सरकार वहन करेगी.
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सड़क सुरक्षा मुख्यमंत्री ने कहा कि गलत इंजीनियरिंग के कारण हर साल बहुत से लोगों की जान चली जाती है. कोरोना जैसी महामारी के दौरान यूपी के अंदर लगभग 23,600 मौतें हुई हैं. लेकिन अगर सड़क दुर्घटनाओं की बात करें तो हर साल 20 हजार मौतें हो रही हैं. ये मौतें हमारे सामने सबसे बड़ा चैलेंज हैं. मैं चाहता हूं कि अगले तीन दिन तक चलने वाले इंडियन रोड कांग्रेस के इस अधिवेशन में आप सभी तकनीकी विशेषज्ञ इस बात पर मंथन करें कि कैसे टेक्नोलॉजी का उपयोग करके हम रोड एक्सिडेंट को कम
उत्तर प्रदेश देश की आबादी के लिहाज से सबसे बड़ा प्रदेश है।
यहां बड़ी आबादी है क्षेत्रफल भी बड़ा है, तो चुनौती भी उसी प्रकार से हमारे सामने बड़ी है: #UPCM @myogiadityanath pic.twitter.com/jEKi2EU2kA
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) October 8, 2022