International Yoga Day: वाराणसी में मदरसे की छात्र-छात्राओं ने सीखा कैसे रहें न‍िरोग, सुबह-सुबह किया योग

योग की महत्‍ता को स्‍वीकार करते हुए निरोग रहने के लिए मुस्लिम समुदाय के बीच भी योग दिवस का आयोजन खूब लोकप्रिय हो चुका है. पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में योग दिवस के मौके पर मदरसों में भी योग दिवस का आयोजन किया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | June 21, 2022 5:17 PM
an image

Varanasi News: 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में जगह-जगह योग आयोजन देखने को मिला इस कड़ी में पीलीकोठी स्थिति मदरसा जामिया मजहरुल उलूम में योग किया गया. सुबह 7 बजे ही मदरसे की छात्र-छात्राओं को यहां के शिक्षकों की ओर से योग की महत्ता को बताते हुए इसे अपने दैनिक जीवन में शामिल करने का आह्वान किया.मदरसे के शिक्षकों और मौलवियों के निर्देशन में योग

International yoga day: वाराणसी में मदरसे की छात्र-छात्राओं ने सीखा कैसे रहें न‍िरोग, सुबह-सुबह किया योग 4
International yoga day: वाराणसी में मदरसे की छात्र-छात्राओं ने सीखा कैसे रहें न‍िरोग, सुबह-सुबह किया योग 5
International yoga day: वाराणसी में मदरसे की छात्र-छात्राओं ने सीखा कैसे रहें न‍िरोग, सुबह-सुबह किया योग 6
सुबह से ही बदला नजर आया माहौल

योग की महत्‍ता को स्‍वीकार करते हुए निरोग रहने के लिए मुस्लिम समुदाय के बीच भी योग दिवस का आयोजन खूब लोकप्रिय हो चुका है. पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में योग दिवस के मौके पर मदरसों में भी योग दिवस का आयोजन किया गया. अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर मदरसों व मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों को छतों और मैदानों पर योग का प्रशिक्षण दिया गया. शिक्षकों ने छात्र-छात्राओं को योग करके निरोग रहने की प्रैक्टिस कराई. इस दौरान छात्रों के समक्ष योग्‍य प्रशिक्षक के निर्देशन में विभिन्‍न योग की मुद्राओं में योग करके निरोग रहने की साधना और परंपराओं का निर्वहन कर समाज में स्‍वस्‍थ्‍य रहने के प्रयासों और आयोजन की महत्‍ता पर भी मंथन किया गया. मदरसे में सुबह की शुरुआत ही छात्राओं ने प्रार्थना व योग करके की. मदरसे के शिक्षकों और मौलवियों के निर्देशन में योग की परंपराओं का निर्वहन कर छात्र भी खुश नजर आए.

Also Read: International Yoga Day 2022: वाराणसी की पुष्‍पांजल‍ि शर्मा योग को दे रहीं नए आयाम, शिष्‍य बने ‘खास से आम’

रिपोर्ट : विप‍िन स‍िंह

Exit mobile version