International Yoga Day: यूपी में होगा राष्ट्रीय योग ओलम्पियाड, 18 से 20 जून तक होगा आयोजन
यूपी सरकार इस वर्ष राष्ट्रीय योग ओलम्पियाड का आयोजन 18 से 20 जून तक करेगी. ओलम्पियाड राज्य के सभी जनपदों, ब्लॉकों व विद्यालयों में आयोजित करने का निर्णय लिया है. इस वर्ष योग ओलम्पियाड की थीम 'स्वास्थ्य एवं सद्भाव के लिए योग' है. 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया जाता है.
Lucknow: यूपी सरकार भारत सरकार के निर्देश पर इस वर्ष 18 जून से 20 जून तक राष्ट्रीय योग ओलम्पियाड का आयोजन करेगी. उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों, ब्लॉकों व विद्यालयों में ओलम्पियाड का आयोजन किया जायेगा. इस वर्ष योग ओलम्पियाड की थीम ‘स्वास्थ्य एवं सद्भाव के लिए योग’ निर्धारित की गयी है. 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) का आयोजन किया जाता है.
यूपी में योग ओलम्पियाड के आयोजन के लिये माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. सरिता तिवारी ने प्रदेश के सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को निर्देश जारी कर दिये हैं. निर्देशों के अनुसार राष्ट्रीय योग ओलम्पियाड में स्कूलों, ब्लॉक, जनपद व राज्य स्तर पर क्रिया, आसन, प्राणायाम, ध्यान, मुद्रा और बंध का प्रशिक्षण दिया जायेगा.
डॉ. सरिता तिवारी ने बताया कि योग ओलम्पियाड में सभी राजकीय, सहायता प्राप्त स्कूलों में कक्षा-9 व 10 में पढ़ रहे 14 वर्ष से 16 वर्ष के छात्र एवं छात्राएं शामिल हो सकते हैं. योग ओलम्पियाड में छात्र-छात्रायें विद्यालय/ब्लॉक, जनपद, राज्य स्तर पर व राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी या अंग्रेजी माध्यम का प्रयोग कर सकेंगे. विद्यालय/ब्लॉक स्तर पर यह योग ओलम्पियाड का प्रथम स्तर है. जहां सभी विद्यालय प्रतिभाग कर सकते हैं.
प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ स्थान पर चयनित 04 छात्र व 04 छात्राओं के नाम आगे के स्तर के लिये भेजे जायेंगे. इसी प्रकार जिला स्तर पर यह योग ओलम्पियाड का द्वितीय स्तर होगा. वहां ब्लॉक स्तर पर चयनित ही प्रतिभाग कर सकते हैं. इसमें भी प्रथम, द्वितीय, तृतीय, चतुर्थ स्थान पर चयनित 04 छात्र व 04 छात्राओं का नाम आगामी स्तर के लिए भेजा जायेगा.
विद्यालय/ब्लॉक स्तर पर 05 मई 2022 तक और जिला स्तर पर 08 मई 2022 तक योग ओलम्पियाड के अंतर्गत योग कार्यक्रम होना है. योग कार्यक्रम में प्रतिभागी छात्र/छात्राओं के चयन के मानक निर्धारित किये गए हैं. जिसमें प्रतिभागियों का मूल्यांकन मानदंडों के आधार पर एक ज्यूरी करेगी. संस्थानों के शिक्षक, अभ्यासकर्ता व योग संस्थानों के विशेषज्ञ को ज्यूरी के सदस्य के रूप में नामित किया जायेगा. छात्र एवं छात्राओं का मूल्यांकन अलग-अलग किया जायेगा.
डॉ. सरिता तिवारी ने बताया कि ब्लॉक/विद्यालय व जिला स्तर पर आयोजित योग कार्यक्रम में चयनित प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पाले वाले प्रतिभागियों को योग्यता प्रमाण-पत्र दिया जायेगा. अन्य प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाण पत्र प्रदान किया गया जायेगा. उन्होंने बताया कि योग बच्चों के शारीरिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के लिए सकारात्मक एवं स्वस्थ्य जीवन शैली को प्रोत्साहित करता है. विद्यार्थियों में मानवीय मूल्यों को विकसित करने प्रकृति और ब्रह्मांड के साथ सामंजस्य स्थापित करने में योग सहायक है.