Jharkhand News, Garhwa News: डंडई (रमेश कुमार विश्वकर्मा) : उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे झारखंड के गढ़वा जिला की एक महिला को पड़ोसी राज्य में दो बच्चों के साथ बेचे जाने का मामला सामने आया है. डंडई प्रखंड के जरही गांव की इस महिला को उसकी अपनी ही फुफेरी बहन ने पड़ोसी राज्य में बेच दिया. महिला ने किसी तरह अपने पति से टेलीफोन पर संपर्क किया और खुद को तथा बच्चों को बचाने की गुहार लगायी. अब उसके पति ने गढ़वा जिला एवं पुलिस प्रशासन से मदद की गुहार लगायी है.
बताया गया है कि दो बच्चों की मां देवंती देवी (30) को उसकी फुफेरी बहन ने दोनों बच्चों सूरज कुमार (8) तथा अनिता कुमारी (11) को यूपी में बेच दिया. ग्राम जरही निवासी देवंती के पति सीताराम मिस्त्री ने बताया कि उसकी अनुपस्थिति में देवंती करीब एक वर्ष पहले अपने मायके गयी थी. दोनों बच्चों के साथ. इसके बाद उन तीनों का कोई अता पता नहीं चला. अप्रैल, 2020 तक तीनों के बारे में उसे कोई जानकारी नहीं मिली.
एक दिन अचानक देवंती का फोन आया. तब तक उसके गायब हुए आठ महीने बीत चुके थे. सीताराम ने बताया कि देवंती ने उत्तर प्रदेश में रहने वाले जयपाल विश्वकर्मा, जिसके पास उसे बेचा गया था, के मोबाइल फोन (फोन नं 7080829484) से चुपके से फोन किया. उसने पूरी घटना के बारे में उसे विस्तार से बताया. इसके बाद वह बीच-बीच में जयपाल विश्वकर्मा से नजरें बचाकर अपने पति से बात करने लगी.
Also Read: गांव नहीं है झारखंड के सारंडा जंगल में बसा ‘रांगरिंग’, रोचक है इस गांव के बसने का इतिहासदेवंती ने सीताराम से कहा कि किसी भी तरह से वह जयपाल विश्वकर्मा के चंगुल से उसे छुड़ा ले. जयपाल उस पर काफी अत्याचार करता है. उसे प्रताड़ित करता है. मोबाइल फोन छूने तक नहीं देता. सीताराम का कहना है कि उसकी पत्नी किसी भी तरह अपने घर लौटना चाहती है.
सीताराम मिस्त्री ने बताया कि पिछले वर्ष सितंबर महीने में वह उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड कंपनी में मजदूरी करता था. उसी दौरान उसकी पत्नी की फुफेरी बहन ममता ने बाहर के राज्यों में घुमाने का झांसा दिया. उसे अपने मामा के घर बुलाया और घुमाने के बहाने अपने साथ ले गयी और जयपाल विश्वकर्मा (मोबाइल नंबर 7080829484) के हाथों बेच दिया.
Also Read: झारखंड देगा कोरोना की जांच का सबसे सस्ता किट, BIT मेसरा के डॉ अभिमन्यु और डॉ वेंकटेशन कर रहे हैं शोधसीताराम मिस्त्री ने यह भी बताया कि देवंती के साथ उसकी शादी डाल्टेनगंज कोर्ट में वर्ष 2007 में हुई थी. दोनों हंसी-खुशी जीवन व्यतीत कर रहे थे. वह किसी भी तरह अपनी पत्नी और बच्चों को वापस पाना चाहता है. लेकिन, उसकी इतनी हैसियत नहीं कि वह जयपाल विश्वकर्मा से अपनी पत्नी और बच्चों को वापस ले सके. इसलिए उसने झारखंड के मुख्यमंत्री और गढ़वा के उपायुक्त एवं एसपी से आग्रह किया है कि बिछड़ी पत्नी और बच्चों को उससे मिलाने में सहयोग करें.
Posted By : Mithilesh Jha