Kanpur News: हैलट के बालरोग विभाग में बढ़े 75 बेड, हालत बिगड़ने पर पीआईसीयू में बच्चे होंगे शिफ्ट
जीएसवीएम के प्राचार्य संजय काला का कहना है कि बाल रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही थी. इसको देखते हुए 75 बेड बढ़ाये गए हैं, साथ ही स्टाफ भी नियुक्ति कर दिया गया है. अगर किसी बाल रोगी की हालत बिगड़ती है तो उसे पीआईसीयू में शिफ्ट किया जा सकता है.
Kanpur News: जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज से सम्बन्धित लाला लाजपतराय चिकित्सालय (हैलट) के बाल रोग विभाग में बच्चों में बढ़ रहे निमोनिया, वायरल, इंसेफ्लाइटिस को देखते हुए प्रबंधन ने 75 बेड और बढ़ा दिए हैं. इसके लिए पीडियाट्रिक आईसीयू के सामने वार्ड खोले गए हैं. इन वार्डों में स्टाफ की भी नियुक्ति हो गई है.
बुखार पीड़ितों की संख्या 400 पार
जीएसवीएम के प्राचार्य संजय काला का कहना है कि बाल रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही थी. इसको देखते हुए 75 बेड बढ़ाये गए हैं, साथ ही स्टाफ भी नियुक्ति कर दिया गया है. अगर किसी बाल रोगी की हालत बिगड़ती है तो उसे पीआईसीयू में शिफ्ट किया जा सकता है.
जीएसवीएम के मेडिसिन विभाग में बुखार के रोगियों की संख्या 415 पहुंच गई हैं. वायरल फीवर के बाद इनकी हालत बिगड़ी है. लेकिन, जांच में डेंगू निगेटिव आया है. रविवार की देर रात को इमरजेंसी में 5 मरीज भर्ती किये गए. बुखार का असर रोगियों के लिवर और गुर्दों में आ गया. डेंगू रिपोर्ट निगेटिव है. लेकिन, श्वसन तंत्र पर असर डेंगू जैसे है. इसलिये दोबारा से जांच होगी.
अस्पताल में पहुंचने से पहले मौत
रविवार को बाल रोग विभाग में दो बच्चे मृत अवस्था में आये. बच्चों का इलाज पहले कल्यानपुर के निजी नर्सिंग होम में हो रहा था. बच्चों के परिजनों का कहना है कि पहले इलाज के लिए कल्यानपुर में दिखाया था. लेकिन, अचानक हालत बिगड़ गई और मौत हो गई. इसी तरह नवाबगंज से राधेश्याम को बुखार आ रहा था. हालत बिगड़ने पर परिजन उन्हें हैलट लेकर आ रहे थे. लेकिन, रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया.