कानपुर हादसे में पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला फेफड़ों में पानी भरने से गई 26 जानें, जानें विस्तार से
ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने के बाद उसके नीचे दबे लोगों ने कितना दर्द झेला होगा, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि घुटने बराबर पानी में 26 लोग डूब गए. इस कारण वे सांस नहीं ले पाए और उनकी मौत हो गई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार 26 लोगों की मौत फेफड़ों में पानी भर जाने के कारण हुई.
Kanpur Accident News: शनिवार को हुए कानपुर में दर्दनाक हादसे में 26 लोगों की जान गई थी जबकि 1 दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए थे. घायलों का इलाज हैलट अस्पताल में चल रहा है. ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने के बाद उसके नीचे दबे लोगों ने कितना दर्द झेला होगा, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि घुटने बराबर पानी में 26 लोग डूब गए. इस कारण वे सांस नहीं ले पाए और उनकी मौत हो गई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार 26 लोगों की मौत फेफड़ों में पानी भर जाने के कारण हुई. कुछ मृतकों के शरीर की हड्डियां भी टूटी मिलीं.
10 डॉक्टरों के पैनल ने किया था पोस्टमॉर्टम
शनिवार की देर रात पोस्टमॉर्टम इंचार्ज डॉक्टर नवनीत चौधरी की अगुवाई में डॉ. अरविंद, डॉ. सुनील, डॉ. विशाल, डॉ. देवेंद्र राजपूत, डॉ. अवधेश ओमर, डॉ. रमेश, डॉ. सतीष, डॉ. विपुल और डॉ. ओ.पी रॉय की टीम भीतरगांव सीएचसी पहुंची थी और पोस्टमार्टम शुरू किया. डॉक्टरों ने सुबह साढ़े छह बजे तक 26 शवों का पोस्टमार्टम किया. सभी के डूबने से मौत की पुष्टि हुई. आधा दर्जन ऐसे थे, जिनके शरीर की कुछ हड्डियां टूटी मिलीं.
पहली बार सीएचसी हुई पीएम हाउस में तब्दील
कानपुर में पहली बार किसी सीएचसी को पोस्टमॉर्टम हाउस में तबदील किया गया था. घटना के बाद लोगों को इलाज के लिए भीतरगांव सीएचसी ले जाया गया था जहां पर डॉक्टरों ने 24 लोगों को मृत घोषित कर दिया था. दो लोगों की हालत गंभीर थी जिन्हें इलाज के हैलट रेफर किया गया. हालांकि, हैलट आते समय रास्ते में ही उन दोनों की मौत हो गई थी. घाटमपुर सीएचसी में 24 शव थे तो दो हैलट में 2 शव थे. बवाल की आशंका के चलते डीएम ने सीएचसी में ही पोस्टमार्टम करने का आदेश दे दिया था. इसके बाद हैलट में रखे दोनों शव भी वहीं पहुंचाए गए.
रिपोर्ट : आयुष तिवारी