कानपुर. उत्तर प्रदेश के एडीजी (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा है कि दो जुलाई को बिकरू गांव में हुए पुलिस पार्टी पर हमले में विकास दुबे के साथियों ने आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करने के बाद सरकारी हथियारों को भी लूटा था. उन्होंने कहा कि विकास दुबे के घर से एके-47 जब्त की गयी है.
मंगलवार को यहां एक प्रेस कान्फ्रेंस को संबोधित करते हुए एडीजी (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा है कि इस संबंध में थाना चौबेपुर में अपराध संख्या 192/20, धारा 147, 148, 149, 302, 307, 120 बी, 415 आईपीसी व सातवें क्रिमिनल लॉ संशोधन एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने कहा कि चौबेपुर के पूर्व एसएचओ पर भी मामला दर्ज कर लिया गया है. मामले की प्रगति पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि जांच चल रही है.
एडीजी ने कहा कि मामले में कुल 21 आरोपी हैं, जिसमें से 4 को गिरफ्तार किया गया है. विकास दुबे सहित 6 आरोपी अलग-अलग घटनाओं में पुलिस द्वारा कार्यवाही के दौरान मारे गये हैं. सोमवार देर रात एसओजी टीम, शिवराजपुर पुलिस व रेलवे बाजार पुलिस द्वारा मुखबीर की सूचना पर वांछित अभियुक्त व 50 हजार के इनामी बदमाश शशिकांत को रात करीब ढाई बजे गिरफ्तार किया गया.
पूछताछ के दौरान शशिकांत ने विकास दुबे, अमर दुबे, प्रभात दुबे, श्यामू बाजपेई समेत अन्य आरोपियों का कानपुर पुलिस हत्याकांड में शामिल होना बताया है. उन्होंने कहा कि शशिकांत ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद विकास दुबे ने ही उससे कहा था कि हथियारों को उसके घर और अपने घर में छिपा दो. उन्होंने बताया कि शशिकांत की निशानदेही पर पुलिस टीम ने विकास दुबे के घर से तलाशी के दौरान AK-47 और 17 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं. इसके अलावा कई सरकारी हथियार भी बरामद किये गये हैं जो लूटे गये थे. शशिकांत के घर से भी रायफल और जिंदा कारतूस मिले हैं.
posted by ashish jha