लखनऊ. कानपुर एनकाउंटर का मुख्य आरोपी विकास दुबे की मौत के बाद अब उसकी अवैध संपत्ति को लेकर जांच तेज कर दी गयी है. उसकी काली कमाई का पता लगाने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (इंफोर्समेंट डायक्टरेट) ने जांच तेज कर दी है. फिलहाल विकास के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की गयी है. प्रवर्तन निदेशालय ने विकास दुबे की सभी अघोषित तथा घोषित संपत्तियों की जांच शुरू कर दी है. विकास दुबे के परिवार से लेकर उसके गुर्गों की संपत्ति जांच का पता लगाया जा रहा है. ईडी के अधिकारी कानपुर पुलिस से एफआइआर समेत कुछ दस्तावेज हासिल करने के बाद जल्द ही विकास के देश-विदेश में फैली संपित्तयों का नये सिरे से छानबीन शुरू करेगी.
ईडी ने कानपुर के पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल से विकास दुबे , उनके परिवार के सदस्यों और सहयोगियों का आर्थिक ब्योरा मांगा है. ईडी ने विकास के परिवार के सदस्यों तथा सहयोगियों उनके खिलाफ आपराधिक मामलों की वर्तमान स्थिति की भी जानकारी मांगी है.इस संबंध में लखनऊ स्थित ईडी के जोनल मुख्यालय के ज्वाइंट डायरेक्टर राजेश्वर सिंह ने कहा कि कानपुर पुलिस से विकास दुबे व उसके साथियों के विरुद्ध दर्ज मुकदमों, उनके विरुद्ध कोर्ट में दाखिल हुए आरोपपत्र, संपत्तियों, बैंक खातों का ब्योरा व अन्य जानकारियां मांगी गयी हैं. ईडी ने आयकर विभाग से भी विकास के परिवार और उसके करीबियों के बीते वर्षों में दाखिल किये गये इनकम टैक्स रिटर्न की जानकारी भी मांगी है. साथ ही पुलिस महानिरीक्षक कानपुर से ब्योरा मांगा गया है कि विकास दुबे के सहयोगियों से पुलिस को क्या-क्या मिला है.
बताया जाता है कि ईडी की एक टीम तीन दिन पहले बुधवार को कानपुर पुलिस और अधिकारियों के साथ संपर्क करके औपचारिक तौर पर विकास दुबे से संबंधित एफआईआर सहित कई दस्तावेजों को लेकर लखनऊ आयी थी. बताया जाता है कि ईडी को जानकारी मिली है कि बीते तीन वर्ष में विकास दुबे ने 15 देशों की यात्रा की थी. संयुक्त अरब अमीरात और थाईलैंड में एक-एक पेंटहाउस भी खरीदा था. इसके बाद हाल में ही उसने लखनऊ में लगभग 20 करोड़ की प्रॉपर्टी खरीदी थी. लखनऊ में मकान की कीमत 20 करोड़ बतायी जा रही है. कानपुर में भी विकास दुबे के कई मकान हैं. कानपुर के पनकी में दुबे की एक ड्यूप्लैक्स कोठी है. वहां पर विकास के पास 11 घर और 16 फ्लैट्स है.