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UP Nagar Nikay Chunav: कानपुर की मेयर बोलीं- अभी अधूरा है विकास, पार्टी से फिर मांगूंगी टिकट

UP Nagar Nikay Chunav: नगर निकाय चुनाव की तारीखों का ऐलान किसी भी समय हो सकता है. इसको लेकर उम्मीदवार अपनी बाजी आजमाने में लगे हुए हैं. इसी बीच भाजपा से कानपुर की मेयर प्रमिला पांडेय ने मीडिया को एक बयान दिया है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 22, 2022 10:58 AM

UP Nagar Nikay Chunav: नगर निकाय चुनाव की तारीखों का ऐलान किसी भी समय हो सकता है. इसको लेकर उम्मीदवार अपनी बाजी आजमाने में लगे हुए हैं. इसी बीच भाजपा से कानपुर की मेयर प्रमिला पांडेय ने मीडिया को एक बयान दिया है. उन्होंने दोबारा से टिकट की मांग की है. तर्क दिया है कि सांसदों और विधायकों को दोबारा टिकट मिल सकता हैं मेयर को क्यों नहीं. अभी हमकों और विकास कार्य कराने थे. कुछ कार्य के लिए मेरे सपने है जो अधूरे रह जाएंगे.

मेयर ने दोबारा टिकट की मांग की

महापौर प्रमिला पांडेय ने शासन से दोबारा टिकट देने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि मुझे कार्य करने का समय कम मिला. ढाई साल में मैंने विकास कार्य किए हैं. 5 साल में 2 साल का समय कोरोना आ गया. जिससे जनता के बीच विकास कार्य नहीं हो पाए. कुछ काम मुझे और करना था. इसके साथ ही मेयर ने तर्क दिया कि विधायकों और सांसदों को जब दोबरा टिकट मिल सकता है तो आखिर मेयर को क्यों नहीं. मेयर को भी दोबारा टिकट देना चाहिए.

जनता की ली जाए राय 

महापौर प्रमिला पांडेय का कहना है कि हमारे काम को देखते हुए टिकट मिलना चाहिए,जनता से राय ले ली जाए. हमने जनता के लिए कितानी सेवा की है. 24 घंटे मैं जनता के बीच रहती हूं,चाहे रात के 12 बजे हो या 2 बजे किसी का फोन आ जाये तो उसकी तुरन्त मदद करती हूं. जनता चाहती भी है हम एक बार फिर से मेयर बनकर करके आये और विकास कार्य करवाये, क्योंकि जब हमने शपथ ली थी तो उसके बाद कोरोना आ गया. 2 साल से ऊपर का समय उस पर निकल गया. बचे हुए समय पर हमने जनता के बीच रहते हुए विकास कार्य कराए हैं. सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक कार्यालय में रही हूं. जनता की राय ले ली जाए कि हमें दोबारा लड़ाया जाए या नहीं.

अधूरे काम कराने हैं

विकास कार्य जो अधूरे रह गए हैं उनको पूरा कराना चाहते हैं. इसलिए ही मैंने दोबारा टिकट दिए जाने की मांग की है. मुझे कानपुर में विकास कार्य जब करने थे जो नहीं हो पाए. जैसे महिलाओं के लिए एक मार्केट बनवानी थी, 125 मंदिर को ढूढ़ निकाला था, जो लोगों ने कब्जा कर लिए थे उनका जीर्णोद्धार कराना था. मंदिर का जीर्णोद्धार कराना मेरा सपना है जो अधूरा रह जायेगा, जिसकी सबसे ज्यादा तकलीफ़ है.

रिपोर्ट: आयुष तिवारी

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