Lockdown 3.0 : दूल्हा-दुल्हन के चेहरे पर मास्क और फेस शिल्ड,पांच बारातियों के साथ लॉकडाउन का पालन कर गुरुद्वारे में हुई अनोखी शादी
रविवार को कानपुर के एक गुरुद्वारे में हुई शादी की चर्चा केवल कानपुर और यूपी में ही नहीं बल्कि पूरे देश में हो रही है.दरअसल,कोरोना वायरस से फैल रहे संक्रमण के कारण पुरे देश में लॉकडाउन लागू है.और लोगों के सामूहिक जुटान पर अभी कड़ी पाबंदी है.जिस कारण शादी-विवाह या अन्य समारोह अभी टाले जा रहे हैं. लेकिन कानपुर के एक सिख जोडे ने तमाम नियमों का पालन करते हुए विवाह रचाया और इस लॉकडाउन में ही एक दूजे के हो गए.इस दौरान इस परिवार ने समारोह में सभी दिशा-निर्देशों का पालन किया.
रविवार को कानपुर के एक गुरुद्वारा में हुई शादी की चर्चा केवल कानपुर और यूपी में ही नहीं बल्कि पूरे देश में हो रही है.दरअसल,कोरोना वायरस से फैल रहे संक्रमण के कारण पुरे देश में लॉकडाउन लागू है.और लोगों के सामूहिक जुटान पर अभी कड़ी पाबंदी है.जिस कारण शादी-विवाह या अन्य समारोह अभी टाले जा रहे हैं. लेकिन कानपुर के एक सिख जोडे ने तमाम नियमों का पालन करते हुए विवाह रचाया और इस लॉकडाउन में ही एक दूजे के हो गए.इस दौरान इस परिवार ने समारोह में सभी दिशा-निर्देशों का पालन किया.
A couple tied the knot wearing masks and face shields at a Gurudwara in Kanpur yesterday, in view of #COVID19 pandemic. As per the guidelines of Ministry of Home Affairs (MHA), gathering of not more than 50 persons is allowed at wedding functions. pic.twitter.com/CnmJUQ1xEH
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 10, 2020
इस दौरान दूल्हा और दुल्हन दोनो पक्षों से केवल 5-5 लोग ही शामिल हुए थे. दूल्हा और दुल्हन सहित तमाम बारातियों ने अपने-अपने चेहरे को मास्क से कवर कर लिया था.दूल्हा और दुल्हन फेस शिल्ड भी लगाए हुए थे.
दूल्हा बने नारायण नारंग ने कहा कि, हमारी शादी की तिथि लॉकडाउन से पहले तय हो गई थी. हमने इस शादी को नहीं टालने का निर्णय लिया और अपने जिलाधिकारी व पुलिस कप्तान से इसमें मदद मांगी और अनुमति ली. शादी में प्रयोग होने वाली तमाम चीजों को ढंग से सैनेटाइज किया गया और इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा गया. सभी ने अपने चेहरे को मास्क और फेस शिल्ड से कवर कर लिया था. बता दें कि गृह मंत्रालय (MHA) के दिशा-निर्देशों के अनुसार, शादी समारोह में 50 से अधिक लोगों के शामिल होने की अनुमति नहीं है.