Bareilly News: कानपुर की घटना के बाद यूपी पुलिस बरेली में भी अलर्ट मोड पर है.एहतियात के तौर पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स लगाया गया है. इसके साथ ही ड्रोन कैमरों से निगरानी की जाएगी. हालांकि, पैग़ंबर-ए-इस्लाम पर टिप्पणी के विरोध में इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) ने 10 जून यानी शुक्रवार को होने वाला धरना बुधवार को टाल दिया था. मगर, अब आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खा ने 17 जून को महिला और बच्चों के साथ धरने का ऐलान किया है.
गुरुवार रात शुक्रवार को जुमे की नमाज को लेकर डीएम शिवकांत द्विवेदी और एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने पुलिस फोर्स के साथ शहर में फ्लैग मार्च किया था. इसके लिए 04 एसपी को शहर की निगरानी का जिम्मा सौंपा गया है. इसके साथ ही आठ सीओ, 35 इंस्पेक्टर, 218 सब इंस्पेक्टर, 142 हेड कांस्टेबल, 929 कांस्टेबल, 69 महिला कांस्टेबल, 07 महिला दरोगा, पांच कंपनी पीएसी और दो कंपनी आरएएफ को शहर में शांति व्यवस्था बनाने का जिम्मा दिया गया है.
मस्जिदों के बाहर और शहर में ड्रोन कैमरा से भी निगरानी की जाएगी. पिछले शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद कानपुर में विरोध प्रदर्शन के चलते बड़ा बवाल हुआ था. हालांकि, बरेली के पुराना शहर में भी लोग सड़कों पर उतर आए थे. मगर, यह लोग शांतिपूर्वक ज्ञापन देने के बाद अपने घरों को लौट गए थे.
आईएमसी मुखिया मौलाना तौकीर रजा खां ने 17 जून को इस्लामिया मैदान में धरना प्रदर्शन करने की बात कही. उनका कहना है कि, 17 जून को दोपहर 3 से शाम 5 बजे तक धरना होगा. इसमें महिलाएं, बच्चे और युवा शामिल होंगे. इसका नाम यौम-ए-दुरूद दिया गया है. मौलाना ने आरोप लगाया है कि मस्जिदों के इमाम और मुतवल्ली को पुलिस धरने में शामिल ना होने को लेकर दबाव बना रही है. उन्होंने दबाव बनाने को बर्दाश्त न करने की बात कही है.
रिपोर्ट: मुहम्मद साजिद