Kanpur News: मिर्जा इंटरनेशनल के चेयरमैन पद्मश्री इरशाद मिर्जा का रविवार को निधन हो गया. इरशाद मिर्जा ने 95 वर्ष की उम्र में सर्वोदय नगर स्थित निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली. वे लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे. कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में सुबह 9:45 पर उनका निधन हो गया. निधन की सूचना लगते ही उनके सिविल लाइंस स्थित आवास पर भीड़ इकठ्ठा होने लगी. इरशाद मिर्जा को चर्म क्षेत्र में उल्लेखनी योगदान के लिए पद्मश्री समेत कई पुरस्कारों से भी सम्मानित किया जा चुका है.
रविवार यानी आज शाम को 7:30 बजे उनका जनाजा घर से कब्रिस्तान को रवाना होगा. बता दें कि मिर्जा इंटरनेशनल के फाउंडर इरशाद मिर्जा ने कंपनी की शुरुआत साल 1979 में की थी, जो लेदर बनाने और टैनिंग और फिनिशिंग के लिए काम करती है. इरशाद मिर्जा की कंपनी में बनने वाले लेदर की विदेशों में सबसे ज्यादा डिमांड थी. कंपनी में बनने वाला लेदर विदेशों में भी एक्सपोर्ट होता है.
बताते चले कि इरशाद मिर्ज़ा को पद्मश्री पुरस्कार के साथ-साथ कई और पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है. इरशाद मिर्ज़ा उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष भी रह चुके हैं.इरशाद मिर्ज़ा का नाम फॉर्ब्स मैगजीन की प्रभावशाली उद्योगपतियों की लिस्ट में भी आ चुका है. इनकी नेटवर्थ 1.9 मिलियन डॉलर है, जो भारतीय रुपये 14,48,14,390 है.
बता दें कि, मशहूर उद्योगपति इरशाद मिर्जा के निधन से कानपुर और उद्योग जगत में शोक की लहर है. उनकी पकड़ उद्योग जगत के साथ ही समाज सेवियों, राजनीनिक पार्टियों और नेताओं के बीच थी. उन्होंने कानपुर में सामाज की बेहतरी के लिए भी खूब काम किया है. चर्म उद्योग में काम करने का तरीका भी उन्होंने लोगों को सिखाया है.
रिपोर्ट: आयुष तिवारी, कानपुर