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Mainpuri Vidhan Sabha Chunav 2022: मैनपुरी में हुआ बढ़चढ़कर मतदान, प्रत्याशियों की किस्मत EVM में कैद

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए 16 जिलों के 59 निर्वाचन क्षेत्रों में तीसरे चरण के लिए मतदान संपन्न हो गया है. मैनपुरी में कुल 63.61 फीसदी मतदान दर्ज किया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | February 20, 2022 6:42 PM
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मैनपुरी में कुल 63.61 फीसदी मतदान

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के तीसरे चरण के लिए मैनपुरी सदर, करहल, किशनी और भोगांव में कुल 63.61 फीसदी मतदान दर्ज किया गया.

मैनपुरी में 5 बजे तक कुल 60.80 फीसदी मतदान

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के तीसरे चरण के लिए 16 जिलों की 59 सीटों पर मतदान संपन्न हो गया है.इस दौरान मैनपुरी सदर, करहल, किशनी और भोगांव में सुबह सात बजे से शाम 5 बजे तक कुल 60.80 फीसदी मतदान दर्ज किया गया.

मैनपुरी में 3 बजे तक कुल 52.44 फीसदी मतदान

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के लिेए तीसरे चरण के तहत मैनपुरी की सभी चार विधानसभी सीटों पर मतदान संपन्न हो गया है. जिले में मैनपुरी सदर, करहल, किशनी और भोगांव में सुबह सात बजे से 3 बजे तक कुल 52.44 फीसदी मतदान दर्ज किया गया.

एसपी सिंह बघेल पर पोलिंग पार्टियों को धमकाने का आरोप

समाजवादी पार्टी ने दावा किया है कि, ‘मैनपुरी जिले की विधानसभा करहल 110 बूथ संख्या 319, 320 पर बीजेपी प्रत्याशी एसपी सिंह बघेल पोलिंग पार्टियों को धमका रहे हैं. बेहद गंभीर मामला है चुनाव आयोग और जिला प्रशासन कृपया संज्ञान लेकर निष्पक्ष और भयमुक्त चुनाव कराने की कृपा करें.’

अखिलेश यादव ने किया मतदान

सपा प्रमुख और करहल से पार्टी के उम्मीदवार अखिलेश यादव ने जसवंतनगर के एक मतदान केंद्र पर वोट डाला.

मैनपुरी में 11 बजे तक 24.46 फीसदी मतदान

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के लिेए तीसरे चरण के तहत मैनपुरी की सभी चार विधानसभी सीटों पर मतदान की प्रक्रिया जारी है. जिले में मैनपुरी सदर, करहल, किशनी और भोगांव में सुबह सात बजे से 11 बजे तक कुल 24.46 फीसदी मतदान हुआ है.

सपा और भाजपा समर्थकों के बीच विवाद

मैनपुरी के थाना कुरावली के रसेमर में सपा और भाजपा समर्थकों के बीच विवाद की खबर सामने आई है. हालांकि, पुलिस बल के पहुंचे से पहले मामले विवाद शांत हो गया.

मैनपुरी में 9 बजे तक 11.2 फीसदी मतदान

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के लिेए तीसरे चरण के तहत मैनपुरी की सभी चार विधानसभी सीटों पर मतदान की प्रक्रिया जारी है. जिले में मैनपुरी सदर, करहल, किशनी और भोगांव में सुबह सात बजे से 9 बजे तक कुल 11.2 फीसदी मतदान हुआ है.

करहल के बूथ नंबर 394 पर ईवीएम खराब

समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर लिखा, मैनपुरी जिले की करहल 110 विधानसभा क्षेत्र के बूथ नंबर 394 पर ईवीएम खराब होने से सुबह से ही मतदान नहीं शुरू हो पाया है. चुनाव आयोग संज्ञान ले, तत्काल प्रभाव से ईवीएम बदलवा कर सुचारू एवं निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करे

मतदान केंद्रों पर PWD मतदाताओं को पूर्ण सुविधा

उत्तर प्रदेश चुनाव आयोग ने ट्वीट कर लिखा, तीसरे चरण के अंतर्गत मतदान केंद्रों पर पहुंचने वाले बुजुर्ग मतदाताओं और PWD मतदाताओं को पूर्ण सुविधा महैया कराई जा रही है. इसके साथ ही मतदाताओं को अधिकारियों द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जा रहा है.

अखिलेश यादव 2022 में सीएम बनेंगे- शिवपाल सिंह

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण के लिए 16 ज़िलों की 59 विधानसभा सीटों पर मतदान जारी है. इस बीच प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि, तीसरे चरण के मतदान ने स्पष्ट कर दिया है कि अखिलेश यादव 2022 में सीएम बनेंगे, कोई नहीं रोक सकता. 300 से अधिक सीटों के साथ भारी बहुमत से बनेगी सरकार.

मायावती ने जनता से की मतदान की अपील

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण के लिए 16 ज़िलों की 59 विधानसभा सीटों पर मतदान हो रहा है. इस बीच सपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर लिखा, यूपी के 16 ज़िलों के 59 विधान सभा की सीटों पर आज तीसरे चरण के मतदान में सभी बढ़ चढ़कर अपना वोट जरूर डालें तथा अपने वोट से अपना उद्धार खुद करें. साथ ही, विरोधी दलों के हर प्रकार के छद्म व अनवरत् छलावे से मुक्ति के लिए यूपी में सत्ता का सुखद परिवर्तन भी जरूरी.

सुपा सुप्रीमो ने बीजेपी का किया घेराव

मायावती ने लिखा, ‘यूपी के ख़ासकर ग़रीबों को और ग़रीब बनाने वाली इनकी ग़लत नीतियों पर अब और ज़्यादा भरोसा करने के बजाय वादा निभाने वाली बीएसपी पर ही पूर्ण भरोसा का सही विकल्प. अपने आत्म-सम्मान के साथ शान्ति से जीने के लिए मामूली रोजी-रोज़गार भी नहीं उपलब्ध करा पाना भाजपा सरकार की सबसे बड़ी विफलता, बल्कि जो रोज़गार थे वे भी अधिकांश छिन गए हैं. सबसे पहले रोजी-रोटी की ज़िम्मेदारी, यही वक्त की सबसे बड़ी मांग है.

मैनपुरी को ‘यादवलैंड’ कहे जाने का मिथक टूटेगा- एसपी सिंह बघेल

केंद्रीय मंत्री और करहल से भाजपा उम्मीदवार, एसपी सिंह बघेल ने दुर्गा मां के मंदिर जाकर प्रार्थना की है. इसी सीट से सपा के अखिलेश यादव चुनाव लड़ रहे हैं. जब उनसे पूछा गया कि क्या मैनपुरी को ‘यादवलैंड’ कहे जाने का मिथक टूटेगा, तो उन्होंने कहा कि, ‘मिथक निश्चित रूप से टूटेगा.’

राम गोपाल यादव के निशाने पर एस. पी. सिंह बघेल

सपा नेता राम गोपाल यादव ने कहा कि तीसरे चरण के कुछ जिलों में भाजपा कोई सीट नहीं जीत पा रही है. करहल से इनको कोई उम्मीदवार नहीं मिल पा रहा था, इसलिए आखिरी समय में बली का बकरा बनाने एस. पी. सिंह बघेल को भेजा गया है. इस बार ऐसा लग रहा है कि लोग सिर्फ अखिलेश यादव का चेहरा देखकर वोट दे रहे हैं.

mainpuri vidhan sabha chunav 2022: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए 16 जिलों के 59 निर्वाचन क्षेत्रों में तीसरे चरण के लिए आज मतदान हो रहा है. मैनपुरी जिले की चार विधानसभा सीटों पर 13.65 लाख मतदाता अपने मत का प्रयोग कर रहे हैं. इसके लिए रविवार सुबह सात बजे से मतदान केंद्रों पर वोटिंग शुरू हो गई है.

22 प्रत्याशियों की किस्मत दांव पर

रविवार को विधानसभा क्षेत्र मैनपुरी (सदर), भोगांव, किशनी और करहल में सुबह सात बजे से मतदान होगा. जिले के कुल 13 लाख 65 हजार 522 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. मैनपुरी में 1269 मतदान केंद्रों के 1756 मतदेय स्थलों पर सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान होगा. मतदान के बाद 22 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो जाएगी.

करहल में अखिलेश यादव और एसपी सिंह बघेल आमने-सामने

यूपी विधानसभा चुनाव के लिए तीसरे चरण में राज्य के 16 जिलों के 59 विधानसभा क्षेत्रों में मैनपुरी जिले की करहल विधानसभा सीट भी शामिल है, जहां सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी से केंद्रीय मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल और मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आमने-सामने हैं.

करहल विधानसभा सीट का इतिहास

मैनपुरी जिले की करहल विधानसभा सीट समाजवादी पार्टी की परंपरागत सीट मानी जाती है, और यही कारण है कि सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव इस बार करहल से चुनाव लड़ रहे हैं. साल 1993 के बाद से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार ही यहां से चुनाव जीतते आए हैं. बीजेपी ने 2002 में इस सीट पर फतह हासिल की थी. करहल विधानसभा से अखिलेश यादव को चुनौती देने के लिए बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री एसपी बघेल को चुनावी मैदान में उतारा है, जबकि बसपा ने कुलदीप नारायण को टिकट दिया है. इस बार सीट पर कांटे की टक्कर मानी जा रही है.

करहल का जातिगत समीकरण

दरअसल, यादव बाहुल्य मैनपुरी जिले में सबसे अधिक यादवों की संख्या करहल में ही है, यहां कुल मतदाताओं में 40 फीसदी यादव हैं. अन्य मतदाताओं की बात करें तो एससी 17 फीसदी, शाक्य 13 फीसदी, ठाकुर 9 फीसदी, ब्राह्मण 7 फीसदी, अल्पसंख्यक 6 फीसदी और अन्य 8 फीसदी हैं. हर बार की तरह इस बार भी सपा जातीय समीकरण बैठाने के लिए पूरी तैयारी कर चुकी है.

किशनी विधानसभा सीट

करहल के बाद किशनी विधानसभा सीट पर भी यादव मतदाता ही बाहुमत में हैं. यह जिले की एकमात्र सुरक्षित सीट है. यादवों के अलावा ठाकुर, शाक्य, ब्राह्मण और लोधी मतदाता भी निर्णायक भूमिका में हैं. सीट पर 1991 से ही समाजवादी पार्टी का कब्ज़ा है. सपा ने सीट पर एक बार फिर वर्तमान विधायक ब्रजेश कठेरिया पर ही भरोसा जताया है, वहीं भाजपा ने प्रियरंजन आशु और बसपा ने प्रभुदयाल को टिकट दिया है.

मैनपुरी सदर सीट की सियासी हिस्ट्री

मैनपुरी सदर सीट की सियासी हिस्ट्री की बात करें तो शुरू से ही यहां सपा का दबदबा रहा है. हालांकि साल 2002 और 2007 के चुनाव में बीजेपी के अशोक चौहान यहां से विधायक रहे. सपा ने 2012 और 2017 में एक बार फिर सीट पर कब्जा जमा लिया और सपा के राजकुमार यादव चुनाव विधायक चुने गए. इस बार भी चुनावी मैदान में सपा से राजकुमार और भाजपा से जयवीर सिंह, कांग्रेस ने विनीता शाक्य और बसपा ने गौरव नंद चुनावी मैदान में हैं.

भोगांव विधानसभा सीट

भोगांव सीट पर लोधी और शाक्य मतदाता निर्णायक भूमिका में हैं. इसके अलावा इस सीट पर ठाकुर, यादव, ब्राह्मण और दलित वोटर भी अच्छी संख्या में हैं. इस सीट पर भाजपा के रामनरेश अग्निहोत्री वर्तमान विधायक हैं. इस बार चुनाव में भाजपा ने फिर से रामनरेश अग्निहोत्री और सपा ने आलोक शाक्य पर भरोसा जताया है. इसके अलावा बसपा ने अशोक कुमार को टिकट दिया है, जबकि कांग्रेस ने ममता राजपूत को चुनावी मैदान में उतारा है.

चारों विधानसभा सीट का हाल

किशनी विधानसभा सीट के साथ-साथ भोगांव और मैनपुरी सदर में भाजपा और सपा के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही है. भोगांव के मतादात योगी सरकार की कानून व्यवस्था पर तो खुश नजर आते हैं, लेकिन जैसे ही बात छुट्टा पशुओं की आती है तो वह अपनी नाराजगी व्यक्त करने में भी पीछे नहीं हटते. बेसहारा गोवंश द्वारा फसलों का नुकसान एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है, लेकिन आखिर में लोग यह भी कहते नजर आते हैं कि गुंडागर्दी बहुत कम हो गई, ये सुकून की बात है. यही हाल किशनी और मैनपुरी सदर में नजर आ रहा है.

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