बरेली में नूपुर शर्मा के समर्थन में आई करणी सेना और हिंदू रक्षा, विवादि‍त बयान को बताया…

ज्ञापन में कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है, लेकिन कुछ जिहादी मानसिकता के लोग रोजाना नूपुर शर्मा और उनके परिवार के सदस्यों को धमकी देते रहते हैं. नूपुर शर्मा के बयान को कुरान में लिखी हुई बात बताया. बोले, किसी को (पक्ष या विपक्ष) को बिना सच्चाई जानें बहस नहीं करनी चाहिए.

By Prabhat Khabar News Desk | June 13, 2022 8:49 PM

Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली में सोमवार को भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में करणी सेना और हिंदू रक्षा दल के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उतर आए. उन्होंने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया. इसके साथ ही गृहमंत्री को संबोधित ज्ञापन दिया. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि नूपुर शर्मा के खिलाफ रोजाना तालिबानी फतवे जारी करने के साथ ही देश में प्रदर्शन के नाम पर उनकी तस्वीरों के साथ चौराहों पर एक विशेष मानसकिता के लोग आपत्तिजनक हरकतें कर रहे हैं.

जगह-जगह दंगे हो रहे

ज्ञापन में कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है, लेकिन कुछ जिहादी मानसिकता के लोग रोजाना नूपुर शर्मा और उनके परिवार के सदस्यों को धमकी देते रहते हैं. नूपुर शर्मा के बयान को कुरान में लिखी हुई बात बताया. बोले, किसी को (पक्ष या विपक्ष) को बिना सच्चाई जानें बहस नहीं करनी चाहिए. नूपुर शर्मा को लेकर देश में होने वाले विवाद से समाज और देश में अशांति का वातावरण बनने की बात कही. इसी कारण जगह-जगह दंगे हो रहे हैं. करणी सेना के जिलाध्यक्ष राहुल ठाकुर ने कहा कि नूपुर शर्मा को लेकर देश में अशांति का माहौल बनाया जा रहा है. इस मामले में केंद्रीय गृहमंत्री को ज्ञापन देने के साथ ही असमाजिक तत्वों से कठोरता के साथ निपटने की मांग की गई.असामाजिक तत्वों की संपत्ति जब्त कर नागरिकता खत्म करने की मांग की.

शांति व्यवस्था को लेकर बैठकें

इत्तेहाद मिल्लत कौंसिल (आईएमसी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां ने 17 जून को शहर के इस्लामियां मैदान में शांति के साथ यौम-ए-दुरूद कार्यक्रम करने का ऐलान किया है. शहर में धारा 144 लगी हुई है. जिसके चलते किसी भी कार्यक्रम को अनुमति नहीं दी गई है. यह कार्यक्रम ना हो.शांति से लोग मान जाए. इसके लिए प्रशासन पुलिस के अफसर लगातार अपील कर रहे हैं.प्रशासन और पुलिस अफसरों की शांति व्यवस्था को लेकर बैठक चल रही हैं.एक दिन पूर्व भी शहर के धर्मगुरुओं के साथ बैठक की गई थी. इसमें महिलाओं, बच्चों और युवाओं के शुक्रवार को जुलूस या किसी भी तरह के आयोजन में शामिल न होने की अपील की गई है. हालांकि, इस्लामियां मैदान में सीसीटीवी कैमरे लगाने के साथ ही पुलिस फोर्स लगा दिया गया है.

रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद

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