उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले (Kasganj) के शिवपुर क्षेत्र में पुलिस दल पर हमला कर एक कांस्टेबल की हत्या कर दी गई. जानकारी के अनुसार सिढ़पुरा के नगला भिकारी और नगला धीमर के जंगल में पुलिस पर हमला किया गया. हमले की की भयावहता कितनी थी इसकी गवाही पुलिसकर्मियों की लहूलुहान हालत से साफ नजर आ रही है.
जो जानकारी सामने आ रही है उसके अनुसार दरोगा अशोक कुमार को लहूलुहान हालत में साथी पुलिसकर्मी बाहर लाये. दरोगा साथी पुलिसकर्मी के कंधे का सहारा लेकर जंगल से बाहर लाये गये. उन्हें एंबुलेंस से इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. करीब एक घंटे बाद सिपाही मिला जिसे चारपाई पर डालकर पुलिसकर्मियों ने बाहर लाने का काम किया.
सिपाही और दरोगा के जंगल में लापता होने की खबर जैसे ही अफसरों तक पहुंची उनके हाथ-पैर फूल गये. घटनास्थल से पुलिस टीम ने दरोगा अशोक कुमार की बाइक बरामद कर ली है. इसके अलावा एक अन्य अज्ञात की बाइक भी घटनास्थल से मिली है. दरोगा की बाइक गिरी पड़ी थी जिसके ऊपर दरोगा की वर्दी और जूते रखे पाये गये. दरोगा की पिस्टल गायब है.
बताया जा रहा है कि पुलिस पार्टी पर पहले गांव नगला धीमर में अपराधियों ने हमला किया. इसके बाद उन्हें पेड़ से बांधकर पीटा फिर जंगल की की ओर ले गए. अबतक पुलिस ने मामले के एक अभियुक्त को मुठभेड़ में मार गिराया है.
पुलिस अधीक्षक मनोज सोनकर ने बताया कि वारदात के मुख्य अभियुक्त मोती के भाई एलकार तथा उसके साथियों को पुलिस ने कावी नदी के किनारे घेर लिया. इस दौरान दोनों ओर से हुई गोलीबारी में एलकार घायल हो गया, उसे सिढ़पुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई. उन्होंने बताया कि एलकार के बाकी साथी भागने में कामयाब रहे. पुलिस उनकी गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है. सोनकर ने बताया कि एलकार इस मामले के मुख्य अभियुक्त का भाई है.
गौरतलब है कि सिढ़पुर थाना क्षेत्र में शराब माफिया को वारंट तामील कराने गए दारोगा अशोक कुमार और सिपाही देवेंद्र को बदमाशों ने पकड़ कर बुरी तरह मारा-पीटा था जिससे देवेंद्र की मौत हो गई थी.
भाषा इनपुट के साथ
Posted By : Amitabh Kumar