Lucknow: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वाराणसी से तमिलनाडु के बीच काशी-तमिल संगमम् नाम से ट्रेन चलाने की घोषणा की है. उन्होंने शुक्रवार रात वाराणसी के बरेका प्रेक्षागृह में तमिलनाडु से आए दल को संबोधित करने के दौरान इसका ऐलान किया. रेल मंत्री के इस फैसले का लोगों ने स्वागत किया है.
रेल मंत्री ने कहा कि काशी ओर तमिलनाडु में बड़ी समानताएं हैं. यहां आकर तमिलनाडु के लोग जो अनुभव लेकर जा रहे हैं, उससे नेक भारत-श्रेष्ठ भारत का निर्माण होगा. रेलवे इससे पहले काशी तमिल संगमम् के दौरान तमिलनाडु से वाराणसी के लिए 13 ट्रेन चला रहा है. काशी तमिल संगमम् 2022 ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के हिस्से के रूप में केंद्र सरकार की एक पहल है. कार्यक्रम का उद्देश्य ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भावना का जश्न मनाना और तमिल भाषा और संस्कृति को उजागर करना है.
बीती 17 नवंबर से शुरू होकर 16 दिसंबर तक संचालित होने वाले इस कार्यक्रम के तहत काशी और तमिलनाडु के बीच सदियों पुराने ज्ञान और प्राचीन सभ्यतागत संबंधों को फिर से खोजने का प्रयास किया जा रहा है. वहीं अब जिस तरह से रेल मंत्री ने इन दोनों प्राचीन शहरों को जोड़ते हुए काशी-तमिल संगमम् नाम से ट्रेन चलाने की घोषणा की है, उससे इनके बीच का रिश्ता और गहरा होगा.
काशी आए रेल मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा तमिल को दुनिया की सर्वाधिक प्राचीन भाषा बताने की भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि यहां आए तमिल लोग काशी विश्वनाथ की सेवा में लीन हैं. वहां के लिए प्रधानमंत्री ने तमाम योजनाएं दी हैं. उन्होंने तमिलनाडु के स्टेशन को एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं और स्वरूप की भी चर्चा की.
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रेल मंत्री ने तमिल संगमम् के आयोजन के लिए प्रधानमंत्री मोदी, योगी सरकार और बीचएयू का आभार जताया. उन्होंने तमिलनाडु से आए लोगों संग संवाद किया. इसमें लोगों ने काशी में मिल रहे प्यार-दुलार के अनुभव साझा किए. लोगों के बीच जाकर उनका हालचाल पूछा.