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Varanasi: काशी विद्यापीठ के 44वें दीक्षांत समारोह में कोरोना का साया, गोल्ड मेडलिस्ट को ही दी जाएगी उपाधि

कुलपति प्रो. त्यागी ने कहा कि इस बार दीक्षांत समारोह के मुख्य कार्यक्रम में केवल गोल्ड मेडलिस्टों को ही शामिल करने की अनुमति दी गई है. कोरोना दोबारा से आ गया है. इसलिए, कार्यक्रम से तत्काल पहले दीक्षांत कार्यक्रम में इस तरह का बदलाव करना पड़ रहा है. गोल्ड मेडल मुख्य मंच से दिया जाएगा.

By Prabhat Khabar News Desk | December 27, 2022 7:15 AM

Varanasi: कोरोना के बढ़ते मामलों का असर वाराणसी में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के 44वें दीक्षांत समारोह पर भी पड़ा है. यह दीक्षांत समारोह 31 दिसंबर को कोविड प्रोटोकॉल के साथ आयोजित किया जाएगा. इसमें स्वास्थ्य महकमे की ओर से जारी निर्देशों का पूरी तरह से पालन कराने की व्यवस्था की जाएगी. नो मास्क नो इंट्री के नियम का सख्ती से पालन कराया जाएगा. कुलपति प्रो.आनंद कुमार त्यागी ने इस संबंध में विद्यापीठ के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं.

कोरोना के कारण कार्यक्रम में करना पड़ा बदलाव

कुलपति प्रो. आनंद त्यागी ने बताया कि इस बार महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के 44वें दीक्षांत समारोह के मुख्य कार्यक्रम में केवल गोल्ड मेडलिस्ट को ही उपाधि दी जाएगी. कोरोना दोबारा से आ गया है. इसलिए, कार्यक्रम से तत्काल पहले दीक्षांत कार्यक्रम में इस तरह का बदलाव करना पड़ रहा है.

स्नातक के 16, परास्नातक के 43 विद्यार्थियों को मिलेंगे 59 पदक

गोल्ड मेडल मुख्य मंच से दिया जाएगा. वहीं, हर विभाग के टॉप टेन मेधावियों को उपाधियां काउंटर से मिलेंगी. ताकि, हॉल में छात्रों की भारी भीड़ न जुटे. स्नातक के 16, परास्नातक के 43 विद्यार्थियों को 59 पदक मिलेंगे. इसके अलावा दो उत्कृष्ट खिलाड़ी, बीए संस्कृत में सर्वोच्च अंक पाने वाले, एक स्नातक और एक परास्नातक में सर्वोच्च अंक पाने वाले विद्यार्थी को गोल्ड मेडल प्रदान किया जाएगा.

एक सीट छोड़कर बैठने का इंतजाम

कुलपति प्रो.आनंद कुमार त्यागी ने बताया कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराये जाने के मद्देनजर स्वर्ण पदक धारियों को एक सीट छोड़कर ही बैठने का इंतजाम किया जाएगा. विद्यार्थियों के साथ एक ही अभिभावक को प्रवेश की अनुमति मिलेगी. कोविड हेल्प डेस्क भी सक्रिय किया जाएगा और इस पर स्वास्थ्यकर्मी तैनात रहेंगे.

दीक्षांत समारोह का होगा लाइव प्रसारण

इसके अलावा अभिभावकों के लिए समाजकार्य संकाय के राजाराम शास्त्री सभागार में स्क्रीन लगाकर लाइव प्रसारण किया जाएगा. परिसर में लगी दो डिस्प्ले बोर्ड पर भी दीक्षांत का लाइव प्रसारण किया जाएगा. कुलपति ने बताया कि दीक्षांत समारोह का रिहर्सल 30 दिसंबर को किया जाएगा और मुख्य समारोह 31 दिसंबर को गांधी अध्ययन पीठ सभागार में होगा. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय विश्वविद्यालय महेंद्रगढ़ हरियाणा के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार होंगे.

कुल 85,192 उपाधियां की जाएंगी वितरित

परीक्षा नियंत्रक प्रो. बीडी पांडेय ने बताया कि स्नातक में 55061 और परास्नातक में 30131 विद्यार्थियों को डिग्री दी जाएगी. इसके अलावा टॉप टेन की सूची में शामिल विद्यार्थियों को उपाधियों का वितरण 29 और 30 दिसंबर को किया जाएगा. इसके अलावा 45 शोध छात्रों को और डॉ. अर्चना पांडेय को डीलिट की उपाधि दी जाएगी.

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दीक्षांत समारोह के बाद 5 दिन का शीतकालीन अवकाश

​​​​​​​दीक्षांत समारोह के बाद 2 जनवरी से 7 जनवरी के बीच काशी विद्यापीठ बंद रहेगा. कुलपति ने कहा कि विंटर हॉलिडे कर दिया गया है, उसी में विद्यापीठ छात्र संघ चुनाव की तैयारियां भी होंगी. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर विश्वविद्यालय के कर्मचारियों को विश्वविद्यालय के कार्यालय में बुलाया जा सकता है.

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