बम-बम भोले के जयकारों से गूंज उठा बाबा विश्वनाथ का दरबार, श्रद्धालुओं के स्वागत में बिछाया गया रेड कारपेट
वाराणसी में काशी विश्वनाथ के दर्शन को भक्तों का रेला पहुंचने लगा है. सुबह से ही श्रद्धालु बाबा दरबार में हाजिरी लागने पहुंच रहे हैं. बाबा विश्वनाथ आज से सावन भर अपने भक्तों को झांकी दर्शन देंगे. इस बार बाबा के नव्य भव्य स्वरूप के दर्शन करने को भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है.
Varanasi News: सावन महीने के पहले दिन धर्म की नगरी वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन को भक्तों का रेला पहुंचने लगा है. सुबह से ही श्रद्धालु बाबा दरबार में हाजिरी लागने पहुंच रहे हैं. बाबा विश्वनाथ आज से सावन भर अपने भक्तों को झांकी दर्शन देंगे. इस बार बाबा के नव्य भव्य स्वरूप के दर्शन करने को भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है. जो भी श्रद्धालु बाबा के दर्शनों के लिए आ रहे हैं वे प्रसन्न होकर बाबा धाम से बाहर निकल रहे हैं. प्रशासनिक व्यवस्था से श्रद्धालुओं में संतुष्टि है.
साल बाद शुरू हुई कांवड़ यात्रा के मद्देनजर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. गंगा घाट से लेकर सड़क तक बैरिकेडिंग कराई गई है. शिव भक्त ललिता घाट पर गंगा में स्नान कर सीधे बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक कर सकेंगे. श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में भक्तों के स्वागत के लिए रेड कार्पेट बिछाया गया है. शिव भक्तों का आगमन भी शुरु हो गया है.
कोरोना के 2 साल बाद बाबा का दर्शन सावन में करने के बाद कैसी अनुभूति हुई. इस सवाल के जवाब में श्रद्धालुओं की कहा कि बाबा का दर्शन अद्भुत रहा औऱ व्यवस्था भी प्रशासन द्वारा अच्छी की गई है. श्रद्धालुओं को ध्यान में रखकर प्रशासन ने पूरी व्यवस्था की है. सभी सुविधाओं को जनता के लिए व्यवस्थित कर रखा है. यह एक अपने आप में रिकॉर्ड कायम करने जैसा है.
बाबा विश्वनाथ के जलाभिषेक के लिए विशेष व्यवस्था की गई है. श्रद्धालुओं के लिए टेंट, मैटिंग, कूलर-पंखे और पानी की सुविधा भी गी गई है. इस सावन महीने में पहला सोमवार 18 जुलाई को है. मंदिर प्रशासन के अनुसार, संभावना है कि बाबा का जलाभिषेक करने के लिए छह लाख से अधिक भक्त आ सकते हैं. एक दिन पूर्व ही कांवड़ गंगाजल लेकर बाबा के दर्शन को पहुंच गए. वहीं अन्य शिवालयों महामृत्युंजय, केदारेश्वर, सारंगनाथ, मार्कंडेय महादेव मंदिरों में भी तैयारी पूरी हो गई है.
रिपोर्ट- विपिन सिंह