Varanasi: काशी विश्वनाथ मंदिर की सुरक्षा का मसौदा तैयार, दो चरणों की जांच के बाद धाम में मिलेगा प्रवेश
काशी विश्वनाथ धाम गलियारे और मंदिर परिसर की सुरक्षा व निगरानी आवश्यकताओं का विश्लेषण और निर्धारण करने के लिए सीआईएसएफ की एक विशेष सुरक्षा परामर्श शाखा को नियुक्त किया है. गृह मंत्रालय से निर्देश के बाद अब धाम की सुरक्षा के लिए फाइनल रिपोर्ट तैयार की जायेगी.
Varanasi News: काशी विश्वनाथ धाम (Kashi Vishwanath Dham) की सुरक्षा का मसौदा सीआईएसएफ ने तैयार कर लिया है. गृह मंत्रालय से निर्देश के बाद अब धाम की सुरक्षा के लिए फाइनल रिपोर्ट तैयार की जायेगी. ड्राफ्ट रिपोर्ट में काशी आने वाले भक्तों को कई चरणों में सुरक्षा के घेरों से गुजरना होगा. इसमें भक्त सभी समान के साथ मंदिर में प्रवेश करेंगे और उन्हे मोबाइल ले जानें की भी अनुमति होगी.
काशी विश्वनाथ धाम बनने के बाद से मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर तमाम इंतजाम किए जा रहे हैं. कारण ये है कि पहले से चिन्हित रेड और येलो जोन की सुरक्षा व्यवस्था गड़बड़ा गई थी. गंगा घाट से काशी विश्वनाथ धाम तक 50 हजार वर्ग मीटर तक फैले इस परिसर में नए सिरे से सुरक्षा व्यवस्था बनाई जा रही है. इसके लिए सीआईएसएफ को बतौर कंसटेल्टेट नियुक्त किया गया है.
सीआईएसएफ ने पूरे परिसर का निरीक्षण कर ड्राफ्ट रिपोर्ट तैयार कर ली है. इसमें चार चरणों में सुरक्षा का प्लान बनाया गया है. मुख्य फ्रेम में डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर के जरिए प्रवेश दिया जाएगा. यहां शस्त्रों के साथ केंद्रीय सुरक्षा बल और लोकल पुलिस के जवान अलग भुमिका में तैयार होंगे. इसके बाद स्कैनर के जरिए श्रद्धालुओं के सामानों की जांच की जायेगी. दो चरणों की जांच के बाद श्रद्धालु धाम में प्रवेश करेंगे.
गंगा घाट तक सुरक्षा एजेंसी के जवानों की तैनाती की जाएंगी. मंदिर परिसर में सिविल ड्रेस में ही सुरक्षा कर्मियों की तैयारी की जाएंगी. काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर और मंदिर कॉम्पलेक्स की सुरक्षा का विश्लेषण करने के लिए केंद्र ने सीआईएसएफ स्पेशल सिक्योरिटी विंग टीम को शामिल किया है. केंद्रीय गृहमंत्रालय ने हाल ही में सीआईएसएफ को इसकी सुरक्षा का जिम्मा अपने हाथों में लेने का निर्देश दिया है. इससे पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रोफेशनल सिक्योरिटी और फायर कंसल्टेंसी मुहैया कराने की मांग की थी.
सुरक्षा संबंधी आवश्यकताओं को किया जाएगा पूरा
अधिकारी ने बताया कि, योजना के तहत मंदिर और कॉरिडोर परिसर के अंदर सीसीटीवी कैमरों की तैनाती, सुरक्षा चौकियों की स्थापना, एकत्र बिंदू, अग्नि सुरक्षा उपकरणों और अन्य सुरक्षा संबंधी आवश्यकताओं को पूरा किया जाएगा.
रिपोर्ट- विपिन सिंह