Lucknow: केजीएमयू (KGMU) को नैक (NAAC) ने ए प्लस (A+)ग्रेड दिया है. नैक की टीम ने 2 से 4 फरवरी तक केजीएमयू का निरीक्षण किया था. वहां टीम ने इलाज, शिक्षण कार्य, विभागों की कार्यप्रणाली आदि की जानकारी ली थी. इसके बाद ये ग्रेडिंग जारी की गयी है. अभी तक केजीएमयू के पास ‘ए’ थी. अब उसे ‘ए प्लस’ ग्रेड मिली है.
केजीएमयू का निरीक्षण करने वाली नैक की टीम का नेतृत्व अमृतसर के गुरुनानक देव विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. जसपाल सिंह संधू ने किया था. कोऑर्डिनेटर डॉ. स्मृति नंदा थीं. इस टीम की रिपोर्ट के बाद केजीएमयू को नैक ने ए प्लस (A+) ग्रेड दिया है.
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केजीएमयू एशिया में सबसे ज्यादा 4500 बेड की क्षमता वाला चिकित्सा विश्वविद्यालय है. यहां 77 विभाग, 500 से अधिक शिक्षक, 800 रेजिडेंट डॉक्टर और हजारों कर्मचारी कार्यरत हैं. यह संस्थान 110 साल से अधिक पुराना है. लगभग 8 से 10 मरीजों का प्रतिदिन यहां इलाज किया जाता है.
केजीएमयू के प्रवक्ता प्रो. सुधीर सिंह का कहना है कि संस्थान को ‘ए प्लस प्लस ग्रेड’ (A++) की उम्मीद थी. लगता है कि कुछ चूक हो गयी है. फिर भी पिछली बार की तुलना में एक ग्रेड का फायदा हुआ है. यह हमारे लिये उपलब्धि है.
केजीएमयू सूत्रों के अनुसार संस्थान को स्टूडेंट एक्टिविटी और शोध में कम नंबर मिले हैं, इसीलिये A++ ग्रेड नहीं मिल पाया है. वहीं बॉयो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट के क्षेत्र में केजीएमयू के प्रयासों की सराहना हुई है. मरीजों की भारी भीड़ के बावजूद अस्पताली कचरे के निस्तारण और साफ-सफाई को लेकर नैक टीम ने खुशी जतायी थी. केजीएमयू कुलपति प्रो. विपिन पुरी का कहना है कि A+ ग्रेड मिलना उपलब्धि है. इसका फायदा सभी क्षेत्रों में मिलेगा. शैक्षिक गुणवत्ता, शोध, एमओयू सभी क्षेत्र में नैक का A+ ग्रेड होने से फायदा मिलेगा.