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मेरठ में किसान महापंचायत में शामिल हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल.
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योगी सरकार पर साधा निशाना, पूछा, आपके यहां कहा होता है MSP पर खरीद.
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तीनों काले कानून से किसानों की जमीन पूंजीपतियों के हाथ में होगी.
मेरठ : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) मेरठ में आयोजित किसान महापंचायत (Kisan Mahapanchayat) में शामिल हुए. अपने संबोधन में उन्होंने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath) पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि जिस भाजपा के नेता देश भर में घूम-घूमकर प्रचार कर रहे हैं कि एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) है और एमएसपी रहेगा. उन्होंने कहा कि योगी सरकार बताए कि यूपी में कहां एमएसपी पर खरीद की जा रही है.
केजरीवाल ने कहा कि आज अपने देश का किसान बहुत ज्यादा पीड़ा में है. किसान भाई परिवार समेत 95 दिनों से कड़कती ठंड में दिल्ली के बॉर्डर पर धरने पर बैठे हैं. 250 से ज्यादा किसान भाइयों की शहादत हो चुकी है. लेकिन सरकार के कान पर जूं नहीं रेंग रही है. सभी पार्टी की सरकारों ने 70 सालों किसानों को धोखा दिया है. किसान 70 साल से अपनी फसल का सही दाम मांग रहा है.
केजरीवाल ने कहा कि सभी के चुनावी घोषणापत्र में लिखा होगा कि हमें जीता दो हम फसलों के सही दाम दे देंगे. लेकिन अगर सही दाम दे देते तो किसान आत्महत्या नहीं करता. पिछले 25 साल में साढ़े तीन लाख किसान आत्महत्या कर चुके हैं. अब किसान दिल्ली के बॉर्डर पर शहादत क्यों दे रहे है? क्योंकि उनके लिए जिंदगी और मौत का सवाल बन गया है.
केजरीवाल ने कहा कि तीनों काले कानूनों के लागू होने से सब की खेती पूंजीपतियों के हाथ में चली जायेगी और किसान अपने खेत में मजदूर बन जायेगा. भाजपा ने 2014 के घोषणापत्र में कहा था कि हम स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करेंगे. किसानों ने इन्हें जमकर वोट दिया. तीन साल बाद भाजपा ने सुप्रीम कोर्ट के एफिडेविट में लिखा कि वो एमएसपी नहीं देंगे. इन्होंने किसानों की पीठ में छुरा मार दिया.
आप प्रमुख ने कहा कि किसानों पर लाठियां बरसाई जा रही है, कीले ठोकी जा रही है. ऐसा तो अंग्रेजों ने हमारे किसानों पर इतने जुल्म नहीं किये थे, भाजपा ने तो अंग्रेजों को भी पीछे छोड़ दिया. अब ये हमारे किसानों पर झूठे मुकदमें कर रहे हैं. केंद्र सरकार ने 9 स्टेडियम को जेल बनाने के लिए पत्र भेजा था, जिसकी फाइल इन्होंने मेरे पास भेजी. लेकिन हमने फाइल क्लियर नहीं किया. अगर हम जेल बनाने देते तो ये किसानों को वहां कैद कर लेते और सारा आंदोलन खत्म हो जाता.
कृषि से जुड़े केंद्र के तीनों काले कानूनों के खिलाफ़ मेरठ किसान महापंचायत में मेरा संबोधन | LIVE https://t.co/cgmYeMMTX0
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 28, 2021
योगी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के मंत्री घूम-घूमकर कह रहे हैं कि एमएसपी था, एमएसपी है और एमएसपी रहेगा. मैं योगी जी से पूछना चाहता हूं कि पश्चिम उत्तर प्रदेश की एक मंडी दिखा दो जहां एमएसपी पर धान उठती हो. मैं योगी से पूछना चाहता हूं कि आपकी क्या मजबूरी है जो पूरी सरकार चीनी मिल मालिकों के आगे घुटने टेक कर बैठी है. अगर तुम किसानों को चीनी मिल मालिकों से उनके पैसे नहीं दिला सकते तो तुम्हारी सरकार पर धिक्कार है.
भाजपा कहती है कि एमएसपी नहीं दी जा सकती क्योंकि इसमें 17 लाख करोड़ का खर्च आयेगा. किसान आपसे एमएसपी फ्री में नहीं मांग रहा बल्कि किसान अपनी फसल देगा. सरकार उस फसल को बेच कर पैसा तो कमायेगी. केंद्र सरकार चाहे तो 23 की 23 फसलें एमएसपी पर उठा सकती है. भाजपा ने किसानों से 25000 रुपये लेकर बिजली के मीटर लगा दिये. दिल्ली में 73 फीसदी लोगों के बिजली बिल जीरो आते हैं. अच्छी नियत की सरकार ले आओ, गैस के दाम भी कम हो जायेंगे, पेट्रोल के दाम भी कम हो जायेंगे और यहां ट्यूबवेल के साथ बिजली भी मुफ्त कर देंगे.
Posted By: Amlesh Nandan.