Jalaun Assembly Chunav: उरई विधानसभा सीट पर 2017 में खिला कमल, क्या इस बार सपा-बसपा का चलेगा जोर?
जालौन विधानसभा की उरई (सुरक्षित) सीट क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ी सीट है. 2017 के विधानसभा चुनाव में यहां कुल 52.98 प्रतिशत मतदान हुआ था. जानें क्या है यहां का चुनावी समीकरण?
Jalaun Vidhan Sabha Chunav 2022:: जालौन विधानसभा की उरई (सुरक्षित) सीट क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ी सीट है. उरई कृषि उपज का व्यापारिक केंद्र है. यह जिले का मुख्यालय भी है. 2017 के विधानसभा चुनाव में यहां कुल 52.98 प्रतिशत मतदान हुआ था. इस चुनाव में बीजेपी से गौरी शंकर ने समाजवादी पार्टी के महेंद्र सिंह को 78879 वोटों से हराकर जीत दर्ज की थी.
उरई सीट क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ी सीट
इस विधानसभा क्षेत्र में अनुमानों के मुताबिक अनुसूचित जाति के मतदाताओं की बहुलता है. उरई विधानसभा सीट के लिए मतदान रविवार, 20 फरवरी 2022 के दिन होगा, और मतगणना 10 मार्च को होगी. जालौन विधानसभा की उरई सीट क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ी सीट है
उरई सीट का सियासी इतिहास
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1996 चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार बाबू राम ने जीत दर्ज की थी
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2002 चुनाव में बीजेपी के बाबू राम एम. कॉम यहां से विधायक चुने गए
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2007 चुनाव में कांग्रेस से विनोद चतुर्वेदी ने जीत हासिल की थी
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2012 चुनाव में सपा से दयाशंकर विधानसभा के लिए विधायक चुने गए
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2017 चुनाव में बीजेपी से गौरी शंकर ने जीत दर्ज की थी.
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उरई विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं का विवरण
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कुल मतदाता- 4,81,302
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पुरुष मतदाता- 2,61,272
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महिला मतदाता- 2,20,021
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उरई की जनता के चुनावी मुद्दे
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सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी अक्सर बनी रहती है.
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उरई विकास प्राधिकरण के सुचारु संचालन में गतिरोध
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बेरोजगारी, गंदगी, पानी, सीवर जाम की समस्याएं आम हैं.
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जर्जर सड़क का पुनर्निर्माण न होना जैसी समस्याएं प्रमुख हैं
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ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य की समस्याएं आज भी बनी हुई हैं