Fatehpur News: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद फतेहपुर जिले में सियासी हलचल तेज हो गई है. जिले में 6 विधानसभा सीट हैं. खास बात यह है कि 2017 के विधानसभा चुनाव में यहां बीजेपी को 5 सीट और उसकी सहयोगी पार्टी अपना दल को एक सीट मिली थी. हालांकि, विधानसभा चुनाव 2022 में यहां से बीजेपी के लिए एक बार फिर जीत दोहराना अग्निपरीक्षा के समान है.
फतेहपुर जिले की सभी विधानसभा सीटों पर 23 फरवरी को चौथे चरण में मतदान होगा. वहीं, नोटिफिकेशन की बात करें तो जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा 27 जनवरी को जारी हो जाएगा. 3 फरवरी को नामांकन की लास्ट डेट है. 4 फरवरी को नामांकन की जांच और 7 फरवरी को प्रत्याशी अपना नामांकन वापस ले सकेंगे. 27 फरवरी को मतदान के बाद 10 मार्च को रिजल्ट घोषित किया जाएगा. आइए इन सभी सीट के समीकरणों को समझने की कोशिश करते हैं.
यहां से बीजेपी के कृष्णा पासवान विधायक हैं. मतदाताओं के समीकरण की बात की जाए तो पिछड़ा वर्ग के करें 1.15 लाख अनुसूचित जातियों के 1 लाख, मुस्लिम 45 हजार, कुर्मी 30 हजार और यादव 32 हजार मतदाता है.
यहां से राज्य मंत्री प्रताप सिंह उर्फ धुन्नी (BJP) से विधायक हैं. मतदाताओं के समीकरण की बात करें तो इस विधानसभा में अनुसूचित जातियों के करीब एक लाख, अन्य पिछड़ा वर्ग 90 हजार, मुस्लिम 40 हजार, यादव 35 हजार, ब्राह्मण 30 हजार मतदाता है.
इस विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी के विकास गुप्ता विधायक हैं. मतदाताओं के समीकरण की बात करें तो अनुसूचित जातियों के करीब 60 हजार, अन्य पिछड़ा वर्ग के 35 हजार, ब्राह्मण 35 हजार, क्षतीय 35 हजार, वैश्य, यादव और मुस्लिम 20-20 हजार, कुर्मी 10 हजार हैं.
इस विधानसभा से बीजेपी के विक्रम सिंह विधायक हैं. वहीं मतदाताओं के समीकरण की बात करें तो, अन्य पिछड़ा वर्ग के 80 हजार, अनुसूचित जातियों के 65 हजार, मुस्लिम 45 हजार, लोध 35 हजार, वैश्य और ब्राह्मण 25 – 25 हजार, यादव 20 हजार, क्षत्रिय 18 हजार है.
इस विधानसभा से मंत्री विजय कुमार सिंह जैकी बीजेपी की सहयोगी पार्टी अपना दल से विधायक हैं. मतदाताओं का समीकरण देखें तो अन्य पिछड़ा वर्ग 1.85 लाख, अनुसूचित जातियां करीब 90 हजार, कुर्मी 62 हजार, ब्राह्मण 38 हजार, क्षत्रिय 28 हजार, यादव 25 हजार, मुस्लिम सबसे कम 15 हजार मतदाता है.
इस विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी के करण सिंह पटेल विधायक हैं. मतदाताओं के समीकरण की बात करें तो सबसे अधिक अनुसूचित जातियों के करीब 60 हजार मत हैं. कुर्मी 45 हजार अन्य पिछड़ा 35 हजार, क्षत्रिय और मुस्लिम 30 – 30 हजार, ब्राह्मण 23 हजार मतदाता है.
रिपोर्ट : एसके इलाहाबादी