Lucknow: समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अनुराग भदौरिया की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके गुरु महंत अवेद्यनाथ पर आपत्तिजनक टिप्पणी मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद से ही वह फरार हैं. पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है. लेकिन, अनुराग का कोई सुराग नहीं लग सका है.
इसके बाद अब पुलिस ने उनके इंदिरानगर आवास पर कुर्की का नोटिस चस्पा किया है. नोटिस में कहा गया है कि पुलिस के सामने हाजिर नहीं होने पर कुर्की की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके गुरु के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी के मामले में अनुराग भदौरिया के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गई है. अनुराग भदौरिया ने अपनी गिरफ्तारी पर रोक लगाने के लिए हाईकोर्ट की शरण ली थी. लेकिन, उन्हें कोई राहत नहीं मिली. हाईकोर्ट ने उनकी याचिका खारिज करते हुए कहा कि याची के पास अग्रिम जमानत लेने का विकल्प खुला है, लिहाजा गिरफ्तारी पर रोक का आदेश नहीं दे सकते.
कानूनी दांवपेंच के जरिए गिरफ्तारी से बचने का प्रयास कर रहे अनुराग भदौरिया पुलिस को लगातार चकमा दे रहे हैं. पुलिस संभावनाओं के आधार पर उनके कई ठिकानों पर दबिश दे चुकी है. लेकिन, अनुराग भदौरिया नहीं मिले. इसलिए उन पर कानूनी शिकंजा कसने के लिए आवास पर कुर्की की नोटिस चस्पा की गई है.
वहीं शुक्रवार देर रात किसी व्यक्ति ने इस नोटिस को फाड़ दिया. इसकी जानकारी शनिवार को हुई. अनुराग के मकान में रहने वाले लोगों के मुताबिक गेट बंद रहने की वजह से वह नहीं देख पाये कि नोटिस को किसने फाड़ा है.
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आरोप है कि अनुराग भदौरिया ने एक निजी चैनल की डिबेट के दौरान जानबूझकर सीएम योगी के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी की है. वहीं उनके गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ का भी नाम शरारत पूर्ण तरीके से जानबूझकर गलत उच्चारण करते हुए लिया. इसके बाद भाजपा प्रवक्ता हीरो बाजपेयी ने उनके खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में एक एफआईआर दर्ज करवाई. अनुराग भदौरिया के खिलाफ पुलिस ने आईपीसी की धारा 153ए, 295ए, 298, 504 और 505 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया है.