Lalitpur: थाने में SHO की हैवानियत पर गरमाई सियासत, अखिलेश-प्रियंका ने योगी सरकार को घेरा

Lalitpur Case: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना पड़ित से मिलने ललितपुर रवाना हो गये हैं. आरोप है कि थाना इंचार्ज ने 27 अप्रैल को दिन में किशोरी के बयान दर्ज किए और फिर शाम को उसे थाना परिसर में बने अपने कमरे में ले गया और वहां दुष्कर्म किया.

By Prabhat Khabar News Desk | May 4, 2022 1:21 PM
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Lalitpur Case: ललितपुर में सामूहिक दुष्कर्म का शिकार हुई एक किशोरी के साथ थानाध्यक्ष ने दुष्कर्म किया. मानवता को शर्मसार करते हुए सामुहिक दुष्कर्म पीड़िता का थाना प्रभारी ने भी अपनी हवस का शिकार बनाया. अब इस घटना पर आम लोगों से लेकर नेताओं का भी गुस्सा फूटा है. विपक्षी नेताओं ने इस घटना को लोकर योगी सरकार को आड़े हाथ लिया है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी सरकार पर जमकर हमला बोला है.

प्रियंका गांधी ने बोला हमला 

ललिलपुर की घटना पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि एक 13 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप और फिर शिकायत लेकर जाने पर थानेदार द्वारा बलात्कार की घटना दिखाती है कि “बुलडोजर” के शोर में कानून व्यवस्था के असल सुधारों को कैसे दबाया जा रहा है. उन्होंने आगे अपने ट्वीट में कहा कि अगर महिलाओं के लिए थाने ही सुरक्षित नहीं होंगे तो वो शिकायत लेकर जाएंगी कहां?

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पीड़ित सपा प्रमुख ललितपुर रवाना

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना पड़ित से मिलने ललितपुर रवाना हो गये हैं. इससे पहले समादवादी पार्टी की तरफ से ट्वीट कर कहा गया कि चंदौली में एक मासूम बेटी के साथ रेप और हत्या के आरोपों के बाद यूपी की योगी जी की पुलिस पर ललितपुर के पाली में पुलिसवालों द्वारा सामूहिक बलात्कार का आरोप लगा है.

वहीं आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि पीड़िता न्याय के लिये थाने पहुँची तो दरोग़ा ने भी उसे अपनी दरिंदगी का शिकार बनाया. सीएम योगी से सलाव पूछते हुए आप नेता ने कहा कि आपकी पुलिस ने चंदौली में एक बेटी की हत्या की ललितपुर में किशोरी से बलात्कार किया. इन ख़ाकीवर्दी के दरिंदों पर बुलडोज़र कौन चलायेगा?

ये है पूरा मामला

जानकारी के मुताबिक 22 अप्रैल को चार लोग नाबालिग को बहला-फुसलाकर भोपाल ले गए. आरोप है कि चारों उससे दुष्कर्म करते रहे. वहीं किशोरी की मां अपनी बेटी के लापता होने का मुकदमा दर्ज कराने के लिए 23 अप्रैल को पुलिस कप्तान के पास पहुंची. एसपी ने थाना पुलिस को निर्देश दिए कि तत्काल किशोरी को बरामद किया जाए. वहीं नाबालिग के मिलने के बाद आरोप है कि थाना इंचार्ज ने 27 अप्रैल को दिन में किशोरी के बयान दर्ज किए और फिर शाम को उसे थाना परिसर में बने अपने कमरे में ले गया और वहां दुष्कर्म किया.

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