Lalitpur Case: उत्तर प्रदेश के ललितपुर में मानवता को शर्मसार करते हुए सामुहिक दुष्कर्म पीड़िता का थाना प्रभारी ने भी अपनी हवस का शिकार बनाया. मतलब जिस थानेदार पर क्राइम कंट्रोल की जिम्मेदारी थी, उसी ने अपराध की पराकाष्ठा कर दी. पूरे पुलिस महकमे की किरकिरी होने के बाद आनन फानन में डैमेज कंट्रोल किया गया. 30 सिपाहियों पर गाज के साथ आरोपी थानेदार तिलक धारी सरोज को गिरफ्तार कर लिया गया. वहीं इस घटना पर सियासत भी जमकर हो रही है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश य़ादव इस घटना पर योगी सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं.
Uttar Pradesh | On the directions of Congress General Secretary Priyanka Gandhi Vadra, a six-member delegation of the party will visit Lalitpur to meet the family of the alleged rape victim
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 5, 2022
वहीं ललितपुर की घटना पर कांग्रेस ने भी अलग रुख अख्तियार कर लिया है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के निर्देश पर पार्टी का छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल बलात्कार पीड़िता के परिवार से मिलने ललितपुर जाएगा. बता दें कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव बुधवार को ललितपुर पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की थी. परिवार से मिलने के बाद सपा प्रमुख ने योगी सरकार को जमकर घेरा था. उन्होंने सीएम योगी से सवाल किया था कि थाने पर कम बुलडोजर चलेगा.
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जानकारी के मुताबिक 22 अप्रैल को चार लोग नाबालिग को बहला-फुसलाकर भोपाल ले गए. आरोप है कि चारों उससे दुष्कर्म करते रहे. वहीं किशोरी की मां अपनी बेटी के लापता होने का मुकदमा दर्ज कराने के लिए 23 अप्रैल को पुलिस कप्तान के पास पहुंची. एसपी ने थाना पुलिस को निर्देश दिए कि तत्काल किशोरी को बरामद किया जाए. वहीं नाबालिग के मिलने के बाद आरोप है कि थाना इंचार्ज ने 27 अप्रैल को दिन में किशोरी के बयान दर्ज किए और फिर शाम को उसे थाना परिसर में बने अपने कमरे में ले गया और वहां दुष्कर्म किया.