Agra News: अंबेडकर विश्वविद्यालय में अधूरी तैयारियों के बीच विधि परीक्षा, प्रवेश पत्र के इंतजार में छात्र
Dr Bhimrao Ambedkar University: आगरा के डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में अधूरी तैयारियों के बीच आज से विधि परीक्षा शुरू हो रही है, लेकिन ऐसे बहुत से छात्र-छात्राएं हैं, जिन्हें अभी तक प्रवेश पत्र नहीं मिल सका है.
Agra News: डॉ भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय (Dr Bhimrao Ambedkar University) की विधि परीक्षाएं गुरुवार से शुरू होने वाली हैं, लेकिन अभी भी ऐसे छात्रों की बड़ी संख्या है, जिन्हें प्रवेश पत्र नहीं मिल पाए हैं. ऐसे में बुधवार को तमाम छात्र-छात्राएं प्रवेश पत्र के लिए विश्वविद्यालय की वेबसाइट को खंगालते रहे. विधि परीक्षा के लिए करीब 13070 छात्र हैं और इनकी परीक्षा 15 सितंबर से 8 अक्टूबर तक संचालित होंगी.
ताजनगरी में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय की विधि की परीक्षाएं बिना तैयारियों के ही शुरू होने वाली हैं. 35 कॉलेजों के 13070 छात्र परीक्षा में शामिल होंगे. आज गुरुवार से यह परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी, लेकिन परीक्षा से पहले तमाम छात्र छात्राओं को प्रवेश पत्र के लिए परेशान होते देखा गया. दरअसल, विश्वविद्यालय ने ऑनलाइन प्रवेश पत्र अपलोड नहीं किए जिसकी वजह से तमाम छात्र छात्रा बुधवार को वेबसाइट पर ऑनलाइन प्रवेश पत्र तलाशते रहे.
वहीं दूसरी तरफ जब प्रवेश पत्र लेने के लिए छात्र छात्राएं कॉलेज पहुंचे तो उनसे बताया गया कि परीक्षा शुरू होने से 1 घंटे पहले उन्हें प्रवेश पत्र मिल जाएंगे. बता दें, इससे पहले विश्वविद्यालय की B.Ed की परीक्षाएं भी प्रवेश पत्र तैयार ना होने के चलते रद्द हो चुकी हैं. यह परीक्षाएं 6 सितंबर को होनी थी, लेकिन रद्द होने के बाद अभी तक इनकी नई तारीख जारी नहीं की गई है.
विधि की परीक्षाओं के प्रवेश पत्र ऑनलाइन अपलोड ना होने के मामले पर परीक्षा नियंत्रक डॉ ओमप्रकाश ने बताया कि कुछ कॉलेजों की फीस जमा नहीं हो पाई है, जिसकी वजह से प्रवेश पत्र वेबसाइट पर अपलोड करने में देरी हुई है. बुधवार रात तक कई सारे प्रवेश पत्र अपलोड कर दिए गए हैं. परीक्षा से 1 घंटे पहले छात्र-छात्राओं को प्रवेश पत्र दे दिए जाएंगे. वहीं उन्होंने बताया कि आगरा में विधि परीक्षा के लिए करीब 9 केंद्रों को नोडल बनाया गया है. वहीं एक नोडल केंद्र को बदला गया है. उन्होंने बताया कि सेंट जॉन्स कॉलेज के स्थान पर आरबीएस कॉलेज को नोडल केंद्र बनाया गया है.
रिपोर्ट- राघवेनद्र घहलोत