Kanpur News: कानपुर में लक्ष्मीपत सिंघानिया हृदय रोग संस्थान को उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़ी सौगात दी है. उत्तर प्रदेश में कॉर्डियोलाजी इकलौता संस्थान बन गया है जिसका अपना पृथक कॉर्डियक एनेस्थीसिया विभाग होगा. हर साल डीएम कार्डियक एनेस्थीसिस्ट तैयार होंगे. इसी विभाग के जरिए मेडिकल क्षेत्र में 302 भर्तियां होंगी यानी इतने ही लोगों को नौकरी के द्वार खुलेंगे.
लक्ष्मीपत सिंघानिया कॉर्डियोलॉजी के निदेशक प्रो. विनय कृष्णा 2013 से कार्डिक एनेस्थीसिया विभाग बनवाने की मांग कर रहे थे. साल 2013 से लगातार प्रयासों के बाद अब सफलता मिली है. प्रस्ताव को प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार ने दिल के रोगियों की प्रदेश में बढ़ रही संख्या को देखते मंजूरी दिलाई. डीएम कार्डियक एनेस्थीसिस्ट की तीन सीटें एनएमसी ने बीते साल ही मंजूर कर शुरू कर दी थीं. एनएमसी ने अलग विभाग के गठन का सुझाव दिया था पर कोरोना में सरकार पर आर्थिक लोड बढ़ने से टलता रहा था. राज्यपाल ने भी इन पदों को हरी झंडी दे दी है.
कानपुर में कार्डिक एनेस्थीसिया विभाग में प्रोफेसर, एसोसिएट, सहायक प्रोफेसर,एसआर, सिस्टर,स्टाफ नर्स, फार्मासिस्ट,क्लर्क के 162 पदों पर सरकारी सिस्टम से भर्तियां होंगी जबकि टेक्नीशियन, मेडिकल सोशल, क्लर्क, सफाई कर्मचारी और वर्करों के 140 पदों पर आउटसोर्स से भर्तियां होंगी. ह्रदय रोग संस्थान के निदेशक प्रोफेसर विनय कृष्णा का कहना है कि शासन ने विभाग की सौगात दी है. अभी तक कार्डियक एनेस्थीसिया के विशेषज्ञ नहीं होने से लोगों को दिल्ली-मुंबई जाना पड़ता है. अब विभाग बन जाने से रोगियों को राहत मिलेगी और उनको बेहतर इलाज भी मिल सकेगा.
रिपोर्ट : आयुष तिवारी