Lucknow: औषधि विभाग ने राजधानी लखनऊ के तीन ब्लड बैंकों के लाइसेंस निरस्त कर दिये हैं. एसटीएफ और एफएसडीए के छापे के दौरान मेडलाईफ चैरिटेबल ब्लड बैंक, नारायणी चैरीटेबल ब्लड सेंटर, मानव चैरिटेबल ब्लड एंड कंपोनेंट सेंटर में कई तरह की अनियमितताएं पायी गयी थीं. इन ब्लड बैंको को कारण बताओ नोटिस दिया गया था. लेकिन किसी ने भी अपना उत्तर या स्पष्टीकारण नहीं दिया. अब सबका लाइसेंस निरस्त कर दिया गया है.
एफएसडीए के अधिकारियों के अनुसार 29 व 30 जून 2022 को तहसीनगंज ठाकुरगंज के मेडलाइफ चैरिटेबल ब्लड बैंक (ए यूनिट ऑफ हाला फाउण्डेशन लखनऊ), कृष्णानगर कानपुर रोड स्थित नारायणी चैरिटेबल ब्लड सेंटर (ए यूनिट ऑफ वैष्णवी फाउण्डेशन) और इंद्रलोक मार्केट कृष्णा नगर स्थित मानव चैरिटेबल ब्लड एण्ड कम्पोनेन्ट सेन्टर (रन बाई दि ह्यूमिनिटी ट्रस्ट) पर छापा मारा गया था.
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छापे के दौरान ब्लड बैंकों से कई खून के नमूने जांच व विश्लेषण के लिये इकठ्ठे किये गये थे. जांच में यह नमूने मानक स्तर नहीं पाये गये थे. इन छापों के दौरान ब्लड बैंकों में तरह की अनियमिततायें भी पायी गयी थी. अनियमितताओं के संबंध में ब्लड बैंको को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. लेकिन तय समय सीमा के अंदर नोटिस का जवाब नहीं दिया गया. इसके बाद तीनों ब्लड बैंकों के लाइसेंस निरस्त कर दिये गये.
जांच रिपोर्ट के अनुसार मेडलाइफ चैरिटेबल ब्लड बैंक, एनडी कांप्लेक्स द्वितीय तल कृष्णानगर मेट्रो स्टेशन स्थित नारायणी ब्लड बैंक और मानव चैरिटेबल ब्लड सेंटर से कुल सात नमूने लिये गए थे. खून के ये नमूने मरीजों को चढ़ाने के लिये फिट नहीं पाये गये थे. एफएसडीए के अनुसार ब्लड बैंकों के लाइसेंस को निरस्त करने के अलावा 11 लोगों के खिलाफ थाना ठाकुरगंज एफआईआर दर्ज है. मामले की विवेचना जारी है.