Hathras News: मामी ने भांजी को खेल-खेल में अपनी साड़ी पहनाई, श्रंगार किया, आंखों पर पट्टी बांधी, करंट लगाया और भांजी को जिंदा जला दिया. मामले में कोर्ट ने कलयुगी मामी को हत्या की निर्मम घटना करने पर आजीवन कारावास की सजा सुनाई. अलीगढ़ के पड़ोसी जनपद हाथरस में मुरसान के गांव करील निवासी राजेंद्र सिंह ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि अलीगढ़ के छर्रा में रामपुर की रहने वाली 14 साल की उसकी धेवती आरती 16 मई 2016 में अपने नाना के यहां घूमने आई थी. घटना वाले दिन नाना-नानी घर पर नहीं थे. आरती और उसकी मामी ममता घर पर अकेली थीं.
भांजी आरती ने अपनी मामी ममता को उसके प्रेमी के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया. मामी ममता को डर सताने लगा कि कहीं भांजी आरती अपने नाना को सब कुछ ना बता दे. मामी प्लान बनाने लगी कि भांजी आरती को कैसे रास्ते से हटाया जाए. मामी ममता ने खेल-खेल में भांजी आरती को अपनी साड़ी पहनाई. बीछिया, चूड़ियां आदि पहनाकर श्रृंगार किया. उसकी आंखों पर पट्टी बांधी. फिर उसे करंट लगा दिया, भांजी बेहोश होकर वहीं गिर गई. मामी ने फिर केरोसिन डालकर भांजी को जिंदा जला दिया.
मामी ने प्लान बनाया था कि भांजी को अपने कपड़े पहना करके जिंदा जला दे और खुद को मरा दिखा कर प्रेमी संग गायब हो जाए. लेकिन उसे लोगों ने घर से थैला लेकर भागते हुए देख लिया, पकड़ी गई और जेल भेज दिया गया. एडीजीसी केशव देव माहौर ने बताया कि अपर सत्र न्यायाधीश पूजा सिंह न्यायालय ने ममता को धारा 302 के तहत आजीवन कारावास और 30 हजार रुपये अर्थदंड, धारा 201 के तहत सश्रम सात वर्ष कारावास, 10 हजार रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई. मामी की जमानत अर्जी को हाईकोर्ट ने भी खारिज कर दिया.