Loading election data...

लॉकडाउन में शादी के लिए 80 किलोमीटर पैदल चली दूल्हन, लड़का के घर पहुंचकर किया विवाह

भारतीय परंपरा के अनुसार दूल्हा 'बैंड बाजा बारात' के साथ दुल्हन के घर जाकर विवाह करता है. लेकिन कोरोना महामारी के कारण देश भर में लागू लॉकडाउन के कारण एक अजब ही दृश्य लोगों को देखने को मिला.दरअसल,जब 19 वर्षीय दुल्हन को लगा कि उसका ब्याह टल सकता है तो उसने परंपरा को तोड़ने का फैसला कर लिया.

By Agency | May 23, 2020 7:42 PM

भारतीय परंपरा के अनुसार दूल्हा ‘बैंड बाजा बारात’ के साथ दुल्हन के घर जाकर विवाह करता है. लेकिन कोरोना महामारी के कारण देश भर में लागू लॉकडाउन के कारण एक अजब ही दृश्य लोगों को देखने को मिला.दरअसल,जब 19 वर्षीय दुल्हन को लगा कि उसका ब्याह टल सकता है तो उसने परंपरा को तोड़ने का फैसला कर लिया.

Also Read: सपा विधायक हाजी इकराम क़ुरैशी ने लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की जमकर उड़वायी धज्जियां, रमजान के आखिरी जुमे में जुटायी भीड़

80 किलोमीटर पैदल चलकर पहुंच गई लड़के के घर :

घटना की पूरी जानकारी रखने वाले एक पुलिस अधिकारी ने समाचार एजेंसी भाषा को बताया कि वधू इस हफ्ते की शुरूआत में वर से विवाह करने कानपुर से कन्नौज तक 80 किलोमीटर पैदल ही चली गयी. कानपुर देहात जिले में डेरा मंगलपुर ब्लाक के लक्ष्मण तिलक गांव की गोल्डी का विवाह कन्नौज जिले में तालग्राम के बैसापुर गांव के वीरेन्द्र कुमार राठौर उर्फ वीरू से तय हुआ था. दोनो का विवाह चार मई को होना था, जिसे लॉकडाउन के कारण स्थगित कर दिया गया. इस बीच लॉकडाउन की अवधि बढने पर गोल्डी का धैर्य जवाब दे गया और वह पैदल ही 80 किलोमीटर के सफर को तय करने अपने होने वाले पति के घर की ओर चल दी.

लड़की के पिता अपनी लापता पुत्री की कर रहे थे तालाश :

गोल्डी ने इस सफर को तय भी कर लिया.वधू के इस तरह अचानक आ जाने पर लडके के माता- पिता अचंभित हो गए और और आनन-फानन में उन्होंने कन्या के पिता गोरेलाल को इस बात की सूचना दी. इस दौरान लड़की के पिता अपनी लापता पुत्री की तलाश में इधर उधर भटक रहे थे. लॉकडाउन से जुड़ी हर Latest News in Hindi से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.

लड़की की जिद के आगे परिवार वालों को झुकना ही पड़ा :

वीरू के पिता ने होने वाली बहू को समझाने-बुझाने का प्रयास किया कि वह धैर्य रखे और अपने घर लौट जाए.ताकि विवाह ‘बैंड बाजा बारात’ के साथ उसके घर पहुंचकर रीति रिवाज के अनुसार हो. लेकिन गोल्डी और इंतजार करने के मूड में नहीं थी और उसकी जिद के आगे उसके होने वाले पति एवं उसके परिवार वालों को झुकना ही पड़ा. इसके बाद वीरू के माता पिता ने विवाह का इंतजाम किया.पंडित को बुलाया गया, वर वधू ने सात फेरे लिये और विवाह संपन्न हो गया. कन्नौज के पुलिस अधीक्षक अमरेन्द्र सिंह ने इस विवाह के बाबत पूछे जाने पर कहा, ”ये बात सही है. मुझे इसकी जानकारी है.”

Next Article

Exit mobile version