Ram Mandir: प्राण प्रतिष्ठा से पहले अयोध्या पहुंची रामलला की मूर्ति, 18 जनवरी को गर्भ गृह में होंगे स्थापित
अयोध्या राम मंदिर में 22 जनवरी के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले किये जा रहे अनुष्ठानों के तहत दूसरे दिन बुधवार को सरयू नदी के तट पर ‘कलश पूजन’ किया गया. मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा था कि समारोह के दिन होने वाले अनुष्ठानों से पहले के इन अनुष्ठानों का सिलसिला 21 जनवरी तक जारी रहेगा.
अयोध्या में राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह की तैयारी आखिरी चरण पर है. इस बीच बुधवार को भगवान राम की मूर्ति को अयोध्या राम मंदिर परिसर में लाया गया. परिसर में जब ट्रक की एंट्री को रही थी, उस समय भक्त जय श्री राम के नारे लगा रहे थे. मालूम हो राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को किया जाएगा. जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे.
18 जनवरी को गर्भ गृह में स्थापित होंगे भगवान राम
प्राण-प्रतिष्ठा से पहले पूजन-अनुष्ठा कार्यक्रम शुरू हो गए हैं. दूसरे दिन यानी 17 जनवरी को कलश पूजन किया गया. गुरुवार 18 जनवरी को भगवान राम की मूर्ति को गर्भ गृह में स्थापित किया जाएगा.
#WATCH | Uttar Pradesh | The truck, carrying Lord Ram's idol, being brought to Ayodhya Ram Temple premises amid chants of 'Jai Sri Ram'.
The pranpratishtha ceremony will take place on January 22. pic.twitter.com/Qv623BWEKb
— ANI (@ANI) January 17, 2024
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले के अनुष्ठानों के तहत दूसरे दिन ‘कलश पूजन’ किया गया
अयोध्या स्थित राम मंदिर में 22 जनवरी के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले किये जा रहे अनुष्ठानों के तहत दूसरे दिन बुधवार को सरयू नदी के तट पर ‘कलश पूजन’ किया गया. अनुष्ठानों का सिलसिला मंगलवार को शुरू हुआ जो बुधवार को सरयू नदी के तट पर ‘यजमान’ (मुख्य यजमान) द्वारा ‘कलश पूजन’ के साथ जारी रहा.
प्राण-प्रतिष्ठा से पहले 21 जनवरी तक जारी रहेगा अनुष्ठान
मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा था कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन होने वाले अनुष्ठानों से पहले के इन अनुष्ठानों का सिलसिला 21 जनवरी तक जारी रहेगा. राय ने यह भी कहा था कि समारोह के दिन राम लला की प्रतिमा के प्राण प्रतिष्ठा से जुड़े न्यूनतम जरूरी अनुष्ठानों को किया जाएगा.
विशेष अनुष्ठान में शामिल होंगे पीएम मोदी
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य लोग विशेष अनुष्ठान में शामिल होंगे. अयोध्या में सरयू के जल का बहुत महत्व है, इसलिए कलश पूजन के बाद वाराणसी के पुजारी मंदिर में अनुष्ठान करेंगे. राम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने कहा था, अनुष्ठान शुरू हो गया है और 22 जनवरी तक जारी रहेगा. 11 पुजारी सभी ‘देवी-देवताओं’ का आह्वान करते हुए अनुष्ठान कर रहे हैं.
प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे 8000 मेहमान
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अंत में मोदी का भाषण देने का कार्यक्रम है, जिसमें 8,000 मेहमानों के शामिल होने की उम्मीद है. लेकिन इनमें से कुछ ही लोगों को मंदिर के गर्भगृह के अंदर जाने की अनुमति होगी. अयोध्या में इन अनुष्ठानों का संचालन 121 आचार्य कर रहे हैं और गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ अनुष्ठान की सभी कार्यवाही की देखरेख, समन्वय एवं निर्देशन कर रहे हैं. प्रधान आचार्य काशी के लक्ष्मीकांत दीक्षित होंगे. मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया था कि राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह 22 जनवरी को दोपहर 12.20 बजे शुरू होगा और इसके दोपहर एक बजे तक संपन्न होने की संभावना है.