Lucknow: राजधानी लखनऊ में अलाया अपार्टमेंट हादसे में समाजवादी पार्टी के नेता अब्बास हैदर की मां और पत्नी की मौत के बाद अखिलेश यादव गुरुवार को पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे. उन्होंने अब्बास हैदर से मिलकर सांत्वना दी.
सपा अध्यक्ष ने कहा कि जो नुकसान हुआ उसकी भरपाई नहीं हो सकती है. मैं परिवार का दुःख बांटने के लिए आया हूं. अब्बास हैदर ने अपनी मां और पत्नी को खोया है. इससे बड़ा दर्द और कुछ नहीं हो सकता है. उन्होंने कहा कि सरकार को कानून के हिसाब से काम करना चाहिए, दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए. सरकार को आगे आकर उन परिवारों की मदद करनी चाहिए जिन्होंने हादसे में अपना सब कुछ खोया है.
राजधानी में वजीर हसन रोड पर स्थित पांच मंजिला अलाया अपार्टमेंट की इमारत मंगलवार देर शाम भरभराकर ढह गई. इसके बाद तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया, जो बुधवार शाम तक जारी रहा. इसमें कुल 16 लोगों को कड़ी मशक्कत के बाद मलबे से बाहर निकाला गया, जिसमें दो की मौत हो गई. इनमें सपा नेता अब्बास हैदर की मां और पत्नी थीं.
हादसे को लेकर तीन लोगों नवाजिश शाहिद, मोहम्मद तारिक और फहद याजदान के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. नवाजिश शाहिद को गिरफ्तार किया गया है, अन्य की तलाश जारी है. अलाया अपार्टमेंट को गिराने के लिए साल 2010 में ही आदेश दिया गया था. बताया जा रहा है कि 2 अगस्त 2010 को इस संबंध में आदेश जारी किया गया था. 12 साल से अधिक समय से एलडीए के अधिकारी इस आदेश को दबाए बैठे थे.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर घटना की जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया है. तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की गई है. इसमें मंडलायुक्त रोशन जैकब, लखनऊ के ज्वाइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस पीयूष मोर्डिया और पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनियर शामिल किए गए हैं. यह कमेटी एक हफ्ते के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. कमेटी हादसे के जिम्मेदार लोगों को चिह्नित करेगी. इसके आधार पर कार्रवाई होगी.