Lucknow Building Collapse: अलाया अपार्टमेंट का खंगाला गया इतिहास, 12 बजे रात को खोला गया एलडीए का दफ्तर
एलडीए में जो दस्तावेज मिले हैं उसके अनुसार मो. तारिका व नवाजिश ने 27 अक्टूबर 2009 को एलडीए ने नक्शा पास करने के लिये आवेदन किया था. जिसे निरस्तकर दिया गया था. निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया था. बिल्डिंग के पिलर भी मानक के अनुसार नहीं थे.
Lucknow: अलाया अपार्टमेंट को 15 साल पहले बिना अनुमति के बनाया गया था. अवैध बिल्डिंग के ध्वस्त होने के बाद अचानक एलडीए के अधिकारियों ने यह खुलासा किया है. हादसे के बाद आधी रात को लगभग 12 बजे एलडीए दफ्तर को खुलवाकर अधिकारियों ने इसकी जानकारी ली है. बताया जा रहा है कि अवैध अपार्टमेंट का नक्शा ही निरस्तकर दिया गया था. इसके बावजूद यह एलडीए के भ्रष्ट अधिकारियों ने अपार्टमेंट बनने दिया.
आधी रात को अलाया अपार्टमेंट के दस्तावेज खंगालने से पता चला कि इसका नक्शा मानचित्र सेल ने निरस्तकर दिया था. कंपाउंडिंग नक्शा भी निरस्त किया गया था. इसके बावजूद पांच मंजिला बिल्डिंग बनकर तैयार हो गयी. एलडीए में जो दस्तावेज मिले हैं उसके अनुसार मो. तारिका व नवाजिश ने 27 अक्टूबर 2009 को एलडीए ने नक्शा पास करने के लिये आवेदन किया था.
यह अपार्टमेंट वजीर हसन रोड के भूखंड नंबर 43/1 पर बना है. बिल्डर ने इसका एरिया 361 वर्ग मीटर से अधिक दिखाया था. जबकि कवर्ड एरिया 504.70 वर्ग मीटर था. लेकिन अपार्टमेंट का नक्शा निरस्त कर दिया गया था. नक्शा निरस्त होने के बाद बिल्डर ने 24 मई 2010 को कंपाउंडिंग का नक्शा दाखिल किया. इसमें भी खेल किया गया. इस बार कवर्ड एरिया 456.48 वर्ग मीटर दिखाया गया था.
बताया जा रहा है इस अपार्टमेंट का निर्माण यजदान बिल्डर के भाई ने कराया था. निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया था. बिल्डिंग के पिलर भी मानक के अनुसार नहीं थे. इसके बावजूद एक के ऊपर एक मंजिल खड़ी की गयी. जिसका नतीजा इस हादसे के रूप में सामने आया है.