Lucknow Building Collapse: लखनऊ में बिल्डिंग गिरी, पूरी रात चला बचाव कार्य, अभी भी कई लोग मलबे में दबे
डीजीपी डीएस चौहान भी हादसे वाली जगह पर पहुंचे थे. उन्होंने बयान दिया है कि एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की कुल 12 टीमें बचाव कार्य में लगायी गयी हैं. मलबे में लगभग 30-35 लोगों के दबे होने की सूचना है. अलाया अपार्टमेंट यजदान बिल्डर ने बनाया था. बेसमेंट में पिलर में ड्रिल करके गेट लगाने कार्य चल रहा था.
Lucknow Building Collapse: लखनऊ में मंगलवार शाम को वजीर हसन रोड पर अलाया अपार्टमेंट अचानक भरभराकर गिर पड़ा. स्थानीय लोगों के अनुसार मंगलवार शाम लगभग 6.15 से 6.30 बजे के बीच यह दुर्घटना हुई. उस समय अपार्टमेंट के बेसमेंट में खुदाई का काम चल रहा था. बिल्डिंग गिरते ही पूरे इलाके में हड़कंप मच गया. स्थानीय लोगों को समझ ही नहीं आया कि क्या किया जाए. तुरंत पुलिस को घटना की सूचना दी गयी. मौके पर पहुंची पुलिस ने उच्चाधिकारियों को पूरा मामला बताया. लगभग डेढ़ घंटे बाद वहां बचाव कार्य शुरू हो पाया, जो पूरी रात चलेगा.
स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार पांच मंजिला अलाया अपार्टमेंट में 12 से 15 फ्लैट बताये जा रहे हैं. सभी में कोई न कोई परिवार सहित रहता है. जब बिल्डिंग गिरी तब भी उसे बेसमेंट में खोदाई का कार्य चल रहा था. यह र्ग्य कई दिन से जारी था. कभी वहां ड्रिलिंग की आवाज आती थी, तो कभी हैमर चलने की. इसी दौरान मंगलवार शाम को यह हादसा हो गया.
Also Read: Lucknow News: लखनऊ में भरभराकर गिरी बिल्डिंग, चारों ओर चीख-पुकार, अपनों को तलाशती आंखें, देखें खौफनाक तस्वीरें
रेस्क्यू में आयी दिक्कतें
अलाया अपार्टमेंट जहां बना हैं वहां रेस्क्यू कार्य में भी दिक्कतें आयी. आस-पास भी अपार्टमेंट बने हुए हैं. रेस्क्यू के लिये एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस भी पहुंच गयी थी. एनडीआरएफ की टीम को बचाव कार्य शुरू करने के लिये एक दीवार को तोड़कर रास्ता बनाना पड़ा. इसके बाद वहां बुलडोजर और जेसीबी पहुंच पाये. मलबे में दबे लोगों का पता लगाने के लिये डॉग स्क्वायड को भी बुलाना पड़ा.
मलबे में दबे लोगों ने भी दी जानकारी
बचाव कार्य में जुटी टीमों ने अपार्टमेंट में रहने वालों की जानकारी जुटायी. इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि मलबे में 30 से 35 लोग दबे थे. इनमें से कई लोग फोन कॉल करके अपनी स्थिति की जानकारी दे रहे थे. सपा प्रवक्ता हैदर अब्बास, उनके पिता अमीर हैदर, बेटा मुस्तफा, मां व पत्नी भी मलबे में दबे थे. सभी को एनडीआरएफ और फायर ब्रिगेड ने सुरक्षित बचा लिया. सभी को सिविल अस्पताल भेजा गया है. सिविल अस्पताल प्रशासन के अनुसार मुस्तफा हैदर 6 साल, नसरीन 50 साल, अमीर हैदर 87 साल, एमवाई खान 59 साल, रंजना अवस्थी 58 साल व एस्ले बर्न 70 साल का इलाज जारी है. सभी लोग सुरक्षित हैं.
30 से 35 लोग दबे: डीजीपी डीएस चौहान
डीजीपी डीएस चौहान भी हादसे वाली जगह पर पहुंचे थे. उन्होंने बयान दिया है कि एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की कुल 12 टीमें बचाव कार्य में लगायी गयी हैं. मलबे में लगभग 30-35 लोगों के दबे होने की सूचना है. हर इंसान की जान बचाने की कोशिश की जा रही है. अलाया अपार्टमेंट यजदान बिल्डर ने बनाया था. बेसमेंट में पिलर में ड्रिल करके गेट लगाने कार्य चल रहा था. इसी दौरान यह हादसा हुआ है. अलाया अपार्टमेंट में सपा के पूर्व कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर की पार्टनरशिप भी बतायी जा रही है.
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक व मंत्री एके शर्मा पहुंचे मौके पर
बिल्डिंग गिरने की सूचना के बाद मौके पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक भी मौके पर पहुंच गये थे. उन्होंने एनडीआरएफ को तेजी से बचाव कार्य करने के निर्देश दिये. साथ ही केजीएमयू, सिविल, बलरामपुर, डॉ. लोहिया अस्पताल को अलर्ट रहने के निर्देश दिये. डॉक्टरों, नर्स व पैरामेडिकल टीम के साथ ही ब्लड बैंक को भी अलर्ट किया गया. नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने भी घटनास्थल का जायजा लिया.
मुख्यमंत्री ने ली पल-पल की जानकारी
मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी अधिकारियों से घटना की पूरी जानकारी ली. इसके अलावा प्रमुख सचिव गृह व सूचना संजय प्रसाद, मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी, मंडलायुक्त रोशन जैकब, डीएम सूर्यपाल गंगवार, पुलिस आयुक्त एसबी शिरोडकर, नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह भी देर रात तक मौके पर मौजूद रहे.