CM योगी ने 1,354 स्टाफ नर्स को बांटे नियुक्ति पत्र, बोले- UP अब देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह तो तय है कि सिर्फ दवा से कोई भी व्यक्ति जल्दी ठीक नहीं होता है. अस्पताल या फिर मेडिकल कालेज का माहौल भी उसको जल्दी फिट होने में काफी मदद करता है. उन्होंने कहा कि स्टाफ नर्स अस्पताल की रीढ़ हैं. स्वास्थ्य सेवा को मॉडल के रूप में प्रस्तुत करें. इसकी विश्वसनीयता बढ़ाएं.
Lucknow News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने रविवार को लोक भवन (Lok Bhawan) में प्रदेश के सभी 75 जिलों के लिए चयनित 1,354 स्टाफ नर्स को नियुक्ति पत्र प्रदान किया.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह गर्व का विषय है कि उत्तर प्रदेश केन्द्र सरकार से मिलने वाली सभी योजनाओं का बखूबी क्रियान्वयन कर रहा है. स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग ने भी इस दिशा में काफी अच्छा काम किया है. उन्होंने कहा कि जो प्रदेश पहले देश के अंदर एक बीमारू राज्य माना जाता था. वह अब देश की दूसरी अर्थव्यवस्था और खुद को स्थापित करने की दिशा में तेजी से अग्रसर हुआ है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में एक ओर ‘मिशन रोजगार’ के तहत पारदर्शिता व निष्पक्षता के साथ भर्तियां संपन्न हो रही हैं, वहीं दूसरी ओर ‘मिशन शक्ति’ के माध्यम से मातृशक्ति को सशक्त व आत्मनिर्भर बनाने के संकल्प को भी साकार किया जा रहा है. डबल इंजन की भाजपा सरकार है तो रोजगार भी है, सम्मान भी है.
सीएम ने कहा कि आप लोगों का योगदान काफी महान है. कठिन से कठिन घड़ी में भी आप लोगों ने काफी डटकर काम किया. उन्होंने कहा कि आप लोगों के दम पर ही अस्पतालों का महौल काफी बेहतर होता है. बीमार भी आपके व्यवहार से अपने को स्वस्थ्य महसूस कर लेता है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह तो तय है कि सिर्फ दवा से कोई भी व्यक्ति जल्दी ठीक नहीं होता है. अस्पताल या फिर मेडिकल कालेज का माहौल भी उसको जल्दी फिट होने में काफी मदद करता है. उन्होंने कहा कि स्टाफ नर्स अस्पताल की रीढ़ हैं. स्वास्थ्य सेवा को मॉडल के रूप में प्रस्तुत करें. इसकी विश्वसनीयता बढ़ाएं.
सभी स्टाफ नर्स को प्रशिक्षण के दौरान जो सिखाया गया है, उसको वह अपने कार्यस्थल पर सामने लाएं. आप लोगों को बड़ी जिम्मेदारी दी जाती है. आप सभी चिकित्सकों के कंधे से कंधा मिलाकर लोगों को राहत देने का काम करते हैं.
डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ व अस्पताल से जुड़े अन्य कर्मचारी अपना व्यवहार ठीक करें. अस्पताल आने वाले मरीजों के साथ सद्भाव रखें. उनकी भावनाओं को समझें. यदि मरीज के प्रति स्टाफ का व्यवहार ठीक होगा तो उनकी मनोदशा बेहतर होगी और बीमारी का असर कम होगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीएससी नर्सिंग करने वालों के लिए व्यवस्था बने. वे बीएससी के बाद एमएससी करें ताकि उत्तर प्रदेश से निकलने वाली नर्स देश के हर हिस्से में अपनी प्रतिभा दिखा सकें. जीएनएम करने वाले पोस्ट बीएससी नर्सिंग के लिए आगे बढ़े, जहां हैं वहीं पर सीमित न रहें. भविष्य में हमें हर स्तर पर फैकल्टी की जरूरत पड़ेगी. इसके लिए अभी से तैयारी की जा रही है.