Lucknow News: लखनऊ के केसरबाग इलाके में रहने वाली बुजुर्ग (80) मालकिन की जान लेने वाली पालतू पिटबुल डॉग 14 दिन की निगरानी के बाद पिंजरे से बाहर आ गई है, लेकिन इस बार वह अपने पुराने घर नहीं गई है, बल्कि मालिक अमित के करीबी रिश्तेदार को हैंडओवर कर दी गई है. 14 दिन की निगरानी में डॉग का सामान्य व्यवहार देखने के बाद ही नगर निगम ने यह फैसला लिया है.
नगर निगम के डॉ अनुभव के अनुसार, 14 दिनों की निगरानी के दौरान पिटबुल डॉग का व्यवहार सामान्य रहा. डॉग ने न सिर्फ सही समय पर खाना खाया बल्कि उसके व्यवहार में भी कोई बदलाव नहीं देखा गया. डॉग का नया मालिक उसके पुराने मालिक अमित का करीबी रिश्तेदार है. फिलहाल, उनका नाम सार्वजनिक नहीं किया गया है.
अमित ने उसकी मां के साथ हुए हादसे को लेकर मीडिया से बातचीत में कहा कि, ‘वो एक हादसा था. और ये मेरे लिये भी बेहद डरावना था. मैने अपनी मां को खोया है और में अभी तक इस सदमें से नही निकल पाया हूं. लेकिन मैं ब्राउनी को किसी और के हाथों में नहीं देख सकता था. इसी लिये जैसा मुझसे कहा गया मैने वैसा ही किया. 14 दिनों के बाद अब वो फिट है. मेरे करीबी हैं जिनको पिटबुल हैंडओवर की जा रही है.’
दरअसल, अमित ने घर में पिटबुल डॉग के साथ एक अन्य डॉग पाल रखा था. 14 जुलाई के दिन सुबह जब अमित की मां सुशीला छत पर दोनों डॉग को टहला रही थीं. इस दौरान अचानक से पिटबुल ने सुशीला पर हमला कर पेट, सिर, चेहरा, पैर और हाथ में कई जगह नोंच लिया. इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गईं. घटना के दौरान सुशीला के घर में केवल नौकरानी ही थी. सुशीला की चीख सुनकर वह छत पर पहुंची तो उन्हें खून से लथपथ देख शोर मचाया.
सूचना पर सुशीला का बेटा अमित भी आ गया. आनन-फानन उन्हें ट्रॉमा सेंटर ले गए. हालांकि, उन्हें बचाया न जा सका. इस घटना के बाद नगर निगम ने 14 दिनों की निगरानी के लिए पिटबुल को पिंजरे में बंद कर दिया, यहां डॉग के 14 दिन पूरे होने और उसके सामान्य व्यवहार को देखते गुरुवार को पिटबुल डॉग को अमित के रिश्तेदार को सौंप दिया गया