लॉकडाउन में फंसे लखनऊ के युवक ने बरेली में फांसी लगाकर दी जान
लॉकडाउन के कारण बरेली के सुभाषनगर पुलिया के पास क्लासिक गेस्ट हाउस में लखनऊ के एक युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी. युवक सुभाषनगर क्षेत्र स्थित क्लासिक गेस्ट हाउस में तीन सप्ताह से रुका हुआ था. युवक लखनऊ वापस अपने घर जाना चाहता था, लेकिन पूरा क्षेत्र सील होने के कारण नहीं सका सका.
बरेली. लॉकडाउन के कारण बरेली के सुभाषनगर पुलिया के पास क्लासिक गेस्ट हाउस में लखनऊ के एक युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी. युवक सुभाषनगर क्षेत्र स्थित क्लासिक गेस्ट हाउस में तीन सप्ताह से रुका हुआ था. युवक लखनऊ वापस अपने घर जाना चाहता था, लेकिन पूरा क्षेत्र सील होने के कारण नहीं सका सका. सुबह गेस्ट हाउस का कर्मचारी खाना पूछने के लिए गया तो आत्महत्या का पता चला. युवक ने फांसी लगाने से पहले अपने मोबाइल के सभी नंबर और डेटा डिलीट कर दिया था. पुलिस ने आधार कार्ड के जरिये उसके घर के पते पर संबंधित थाने से सूचना भिजवाई. पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शव बाहर निकलवाया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. यह घटना मंगलवार की देर रात की बतायी जा रही है.
बता दें कि लखनऊ के जानकीपुरम सेक्टर ए के रहने वाले अनुराग दीप गुप्ता (28) ने 18 मार्च को लखनऊ से बरेली आये थे. वह रोडवेज बसों की चेकिंग करते थे. इस बीच लॉक डाउन घोषित करने के बाद से वह बरेली में ही फंस गया था. युवक ने कई बार लखनऊ जाने का प्रयास किया. लेकिन वह घर नहीं पहुंच पाया. कुछ दिनों से घर नहीं जाने के कारण गुमसुम सा रहता था. मंगलवार की रात को वह खाना खाकर कमरे में सो गया. बुधवार की सुबह काफी देर तक उसके कमरे का दरवाजा नहीं खुला. काफी देर बाद कर्मचारी ने खिड़की से अंदर झांका तो युवक का शव पंखे से लटक रहा था. इसके बाद कमरे का दरवाजा तोड़कर शव को निकाला गया. युवक ने बेड शीट का फंदा बनाकर आत्महत्या की थी. युवक के पास से उसका आधार कार्ड, दिल्ली मेट्रो कार्ड व अन्य आईडी मिली हैं. इस घटना की सूचना परिजनों को दे दी गई है.
एक टाइम का खाना खाकर कर रहा था गुजारा
अनुराग एक टाइम का ही खाना खाकर गुजारा कर रहा था. मैनेजर नदीम ने बताया कि वह अनुराग को दोनों समय का खाना खाने के लिये बुलाते थे. लेकिन वह सिर्फ एक वक्त का ही खाना खाता था. पैसों की कमी को लेकर भी वह काफी परेशान रहता था. लॉकडाउन के बाद से होटल मैनेजर ही उसको खाना खिला रहे थे. आत्महत्या की सूचना पर पहुंची पुलिस ने अनुराग के कमरे की तलाश ली तो वहां उन्हें सुसाइड नोट नहीं मिला. वहीं एक मोबाइल मिली. लेकिन उसे भी फॉरमेट किया जा चुका था. पुलिस का मानना है कि आत्महत्या से पहले अनुराग ने ही मोबाइल का डेटा डिलीट कर दिया है. जिससे उसके परिवार वालों को सूचना देने के लिये पुलिस ने लखनऊ के जानकीपुरम थाने में मामले की सूचना दी. जिसके बाद लखनऊ पुलिस ने सुभाषनगर पुलिस को मृतक की मां से बात कराई है. जिसके बाद तत्काल बरेली के लिये निकल गये.