Barabanki News: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में शुक्रवार को कुछ ऐसा हुआ, जिसे जानकर आपको भरोसा नहीं होगा. दरअसल, सौ साल से ज्यादा उम्र के एक बुजुर्ग ने अपनी मौत की भविष्यवाणी की. परिजनों को पैगाम भेजा और कब्र के पास बैठ गए. जिसे भी इसकी भनक लगी वो बुजुर्ग के पास पहुंच गया. मोहम्मद शफी ने भविष्यवाणी की थी कि उनकी मौत दोपहर 1.10 बजे होगी. इसके बाद कई लोग बुजुर्ग मोहम्मद शफी के पास पहुंचे और उनकी रूह निकलने का इंतजार करते रहे.
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इंडिया टुडे के मुताबिक लोग काफी देर कब्र के पास बैठकर बुजुर्ग मोहम्मद शफी की रूह के निकलने का इंतजार करते रहे. इसी बीच प्रशासनिक अधिकारियों को भी मामले की जानकारी मिली तो वो मौके पर पहुंचे और बुजुर्ग को समझाकर घर वापस भेज दिया गया. यह अनोखी घटना सफदरजंग के नूरगंज गांव में शुक्रवार को देखने को मिली. सौ साल से ज्यादा उम्र के मो. शफी ने ऐलान किया था शुक्रवार की दोपहर 1.10 बजने पर उनकी रूह निकल जाएगी. उन्होंने बाकायदा अपनी कब्र बनवा रखी थी और तय समय से कुछ देर पहले बनवाई गई कब्र के पास आकर बैठ भी गए थे.
पत्रकारों से बात करते हुए मोहम्मद शफी ने बताया कि वो पांच वक्त के नमाजी हैं और जिब्राइल से रोज मुलाकात होती है. शुक्रवार की दोपहर 1.10 बजे पर उनकी मौत हो जाएगी. इसके लिए मोहम्मद शफी ने अपने परिवार और करीबियों को पैगाम भेज दिया था. इसके बाद सुबह से ही मोहम्मद शफी के घर में लोगों का आना-जाना शुरू हो गया. काफी समय बीत जाने के बाद भी मोहम्मद शफी कब्र के पास ही बैठे रहे. बड़ी संख्या में लोग उनकी रूह निकलने का इंतजार करते रहे. लेकिन, मोहम्मद शफी जिंदा रहे.