Kanpur Violence: कानपुर हिंसा के बाद आज, यानी शुक्रवार को शहर में पहली जुमे की नमाज है. नमाज को लेकर पुलिस-प्रशासन अलर्ट है. शहर में गुरुवार शाम से ही धारा 144 लागू कर दी गयी है. वहीं पुलिस की टीमों को हाईअलर्ट पर रखा गया है. आज शहर में किसी भी तरह के धरना या प्रदर्शन पर रोक रहेगी. पुलिस लाइन में डीएम और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की धर्म गुरुओं के साथ बैठक भी हुई.
कानपुर के हिंसा के बाद हो रही पहली जुमे की नमाज को लेकर लखनऊ, गाजियाबाद, मेरठ, संभल, बरेली और वाराणसी में भी पुलिस अलर्ट मोड पर है. वाराणसी में काशी विश्वनाश मंदिर के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है. संवेदनशील इलाकों की ड्रोन से निगरानी की जा रही है. वहीं पुलिस का खूफिया तंत्र भी पूरी तरह अलर्ट है.
दरअसल, 3 जून को कानपुर में हुई हिंसा के बाद से ही पुलिस सख्ती से कार्रवाई कर रही है. शहर में जुमे की नमाज के बाद एक समुदाय की ओर से दुकानें बंद कराने को लेकर हिंसा भड़क गयी थी. यह हिंसा पूर्व भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा के विवादित बयान के विरोध- प्रदर्शन के दौरान हुई थी, जिसके चलते उपद्रवियों ने जमकर पत्थराव किया था. वहीं इस हिंसा मामले में पुलिस ने अब तक कुल 52 लोगों को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा करीब 10 और संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है.
कानपुर में बवाल और हिंसा के आरोपियों की रिमांड पर 9 जून को सुनवाई हुई. हयात और उसके साथियों की रिमांड पर आज, 10 जून को फिर से बहस के बाद कोर्ट अपना फैसला सुनाएगा. कोर्ट ने आज फिर से चारों आरोपितों को तलब किया है. हिंसा का मास्टरमाइंड हयात जफर हाशमी और उसके साथी जावेद, साहिल और सुफियान को पुलिस ने रिमांड में लेने के लिए अर्जी दी थी. दस दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड मांगी थी.