Lucknow News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार,16 नवंबर को यूपी के पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करेंगे. खास बात ये है कि पीएम आज लड़ाकू विमान से ही पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर लैंड करेंगे. दोपहर 1.30 से 2.45 बजे तक यहां कार्यक्रम चलेगा. पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करने से एक दिन पहले पीएम मोदी ने सोमवार को ट्वीट कर इसे राज्य के विकास पथ में एक ‘खास दिन’ बताया.
Tomorrow is a special day for Uttar Pradesh’s growth trajectory. At 1:30 PM, the Purvanchal Expressway will be inaugurated. This project brings with it multiple benefits for UP’s economic and social progress. https://t.co/7Vkh5P7hDe pic.twitter.com/W2nw38S9PQ
— Narendra Modi (@narendramodi) November 15, 2021
पीएम मोदी ने एक दिन पहले ट्वीट कर- कल उत्तर प्रदेश के विकास पथ के लिए विशेष दिन है. दोपहर 1.30 बजे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन होगा. यह परियोजना अपने साथ यूपी की आर्थिक और सामाजिक प्रगति के लिए कई लाभ लेकर आई है.
इससे पहले सोमवार, 15 नवंबर को सीएम योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम स्थल पहुंचा निरीक्षण किया. साथ ही अधिकारियों के साथ बैठक कर जरूरी निर्देश दिए. यहां सीएम योगी ने कहा कि, मगंलवार को इस बात का प्रमाण मिलेगा कि डबल इंजन की सरकार किस तरह विकास पथ पर आगे बढ़ती है. साथ ही उन्होंने कहा कि, यूपी में भारत का ग्रोथ इंजन बनने की क्षमता है.
बता दें कि इस 340 किमी लंबे एक्सप्रेस वे से गाजीपुर से लखनऊ की दूरी अब सिर्फ साढ़े तीन घंटे में पूरी की जा सकेगी. इससे न सिर्फ समय की बचत होगी, बल्कि आर्थिक रूप से ही ये एक्सप्रेस वे काफी कारगर सिद्ध होगा. उद्घाटन समारोह में वायुसेना का 45 मिनट के एयर शो में लड़ाकू विमान एक्सप्रेसवे पर बनी एयरस्ट्रिप पर से उड़ान भरेंगे.
यह एक्सप्रेस वे यूपी के दस जिलों से होता हुआ गुजरेगा, जिनमें गाजीपुर, मऊ, आजमगढ़, अम्बेडकर नगर, अयोध्या, सुलतानपुर, अमेठी, बाराबंकी और लखनऊ को जोड़ेगा. बता दें कि पीएम मोदी ने अक्टूबर 2018 में इस एक्सप्रेश वे का शिलान्यास किया था.
यूपी के अपर सचिव गृह अवस्थी के मुताबिक, एयरफोर्स के आकस्मिक इस्तेमाल के लिए सुलतानपुर में 34 मीटर चौड़ी और 3.20 किमी लम्बी एयरस्ट्रिप बनाई गई है.एक्सप्रेस वे को 120 किमी प्रति घण्टे की रफ्तार के हिसाब से तैयार किया गया है, जिसमें 402 किमी की सर्विस लेन होंगी. साथ मोबाइल चार्जिंग के लिए इलेक्ट्रॉनिक सबस्टेशन बनाने की योजना पर भी विचार चल रहा है.