मधु का पांचवां बच्चा…CM योगी के दखल और सोशल मीडिया पर छाने के बाद स्कूल में हुआ दाखिला

Uttar Prdaesh News: ब्‍लॉक एजुकेशन ऑफिसर अशोक पाठक ने कहा कि उस महिला (मधु) की बच्‍ची का नाम स्‍कूल में लिख लिया गया है. हमने उसमें सुधार का सुझाव दिया था, बच्‍ची का दाखिला 2 अप्रैल को ही हो गया था. '

By Prabhat Khabar News Desk | April 6, 2022 9:41 AM

Uttar Prdaesh News: सोशल मीडिया पर ‘मधु का पांचवां बच्‍चा’ (madhu ka panchwa baccha) के नाम से मशहूर हुई आरती को आखिराकर स्‍कूल में एडमिशन मिल गया है. सीएम योगी आदित्‍यनाथ (yogi adityanath) के कार्यालय से निर्देश मिलने के बाद आरती को स्कूल में एडमिशन मिल गया है. शिक्षा विभाग के अधिकारियों और स्‍कूल की प्रिंसिपल ने साफ किया कि आरती को तो 2 तारीख को ही एडमिशन मिल गया था. ब्‍लॉक एजुकेशन ऑफिसर ने भी इस बात की पुष्टी की.

ब्‍लॉक एजुकेशन ऑफिसर अशोक पाठक ने कहा कि उस महिला (मधु) की बच्‍ची का नाम स्‍कूल में लिख लिया गया है. हमने उसमें सुधार का सुझाव दिया था, बच्‍ची का दाखिला 2 अप्रैल को ही हो गया था. ‘ बता दें सोशल मीडिया पर कुछ दिनों से एक आधार कार्ड काफी वायरल हो रहा था जिसकी वजह थी उसपर लिखा गया नाम. लापरवाही के कारण आधार कार्ड पर ‘मधु का पांचवां बच्‍चा’ लिखा गया था. ये मामला बिल्सी तहसील के रायपुर गांव के दिनेश के परिवार का है. दिनेश अपनी बच्ची आरती को स्कूल में भर्ती कराने के लिए प्राथमिक विद्यालय पहुंचा तो शिक्षिका ने आधार पर मधु का पांचवा बच्चा लिखा होने के कारण ही दाखिले से इनकार कर दिा था.

बता दें कि दिनेश बीते शनिवार को एक सरकारी प्राथमिक स्कूल में अपनी बेटी आरती का एडमिशन कराने के लिए गए थे। दिनेश ने जब अपनी बेटी के पहचान-पत्र के तौर आधार कार्ड दिखाया तो उसे देखकर स्कूल के टीचर हैरान रह गए. आधार कार्ड की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल भी हो गया थी. मामले के तूल पकड़ने के बाद बदायूं के जिलाधिकारी ने इसका संज्ञान लिया था. बदायूं की डीएम दीपा रंजन ने बताया कि आधार कार्ड को बैंक और पोस्ट ऑफिसों में बनाया जाता है. यह पूरी तरह से लापरवाही का मामला है और पोस्ट ऑफिसों और बैंकों को इस मामले में अलर्ट करेंगे.

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