corona third Wave: उत्तर प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. इस बीच प्रयागराज में माघ मेला की तैयारियों के बीच कोरोना के विस्फोट ने हड़कंप मचा दिया है. मेले में कोरोना के 38 नए पॉजिटिव मामलों की पुष्टि की गई है. यहां 36 जवानों के साथ ही 38 अन्य लोगों की पॉजिटिव रिपोर्ट के चलते प्रशासन अलर्ट मोड पर है. वहीं कोरोना के बीच माघ मेला के आयोजन को लेकर आज कोर्ट में सुनवाई भी है.
इधर, सीएम योगी आदित्यनाथ ने कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए वर्तमान परिस्थितियों में प्रत्येक स्तर पर विशेष सावधानी और सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं. सीएम ने प्रयागराज में मकर संक्रांति के स्नान पर्व पर बुखार, जुकाम और गला खराब जैसे कोविड लक्षणयुक्त व्यक्तियों और कोरोना टीके की दोनों डोज न लेने वाले श्रद्धालुओँ से इस आयोजन में सम्मिलित न होने की अपील की है.
माघ मेला में 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर्व पर लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के यहां पहुंचने की उम्मीद है. इसके अलावा 17 जनवरी को पौष पूर्णिमा से एक लाख से अधिक संत महात्मा यहां कल्पवास करेंगे. वहीं मेले में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए प्रशासन के निर्देश पर स्वास्थ विभाग ने मेले में दुकान लगाने वाले 51 लोगों की RTPCR रिपोर्ट न होने पर उन्हें बाहर कर दिया है. साथ ही श्रद्धालुओं को निर्देश दिए हैं कि वह मेले में तभी आएं जब उनके पास कोरोना की RTPCR निगेटिव रिपोर्ट हो.
प्रशासन के इस फैसले पर अब तमाम तरह के सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं. मेले से हटाए गए दुकानदारों का कहना है कि हम पर तो दोहरी मार पड़ रही है. कोरोना के चलते धंधा पहले ही चौपट हो गया है. रोज कमाते हैं तो चूल्हा जलता है. प्रशासन खुद ही जांच क्यों नहीं करा देता. वहीं दूसरी ओर प्रशासन के इस फैसले पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अनुग्रह नारायण ने कहा कि प्रशासन को एंटीजन टेस्ट कराना ही था तो सभी दुकानदारों का टेस्ट मौके पर ही करा लेते. रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर आइसोलेट कर देते.