Prayagraj News: माघ मेले में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए प्रशासन अलर्ट मोड पर है. ऐसे में स्वास्थ विभाग ने मेले में दुकान लगाने वाले 51 लोगों की RTPCR रिपोर्ट न होने पर उन्हें बाहर कर दिया है. साथ ही श्रद्धालुओं को निर्देश दिए हैं कि वह मेले में तभी आएं जब उनके पास कोरोना की RTPCR निगेटिव रिपोर्ट हो.
प्रशासन के इस फैसले पर अब तमाम तरह के सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं. मेले से हटाए गए दुकानदारों का कहना है कि हम पर तो दोहरी मार पड़ रही है. कोरोना के चलते धंधा पहले ही चौपट हो गया है. रोज कमाते हैं तो चूल्हा जलता है. प्रशासन खुद ही जांच क्यों नहीं करा देता. वहीं दूसरी ओर प्रशासन के इस फैसले पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अनुग्रह नारायण ने कहा कि प्रशासन को एंटीजन टेस्ट कराना ही था तो सभी दुकानदारों का टेस्ट मौके पर ही करा लेते. रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर आइसोलेट कर देते.
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता ने इस संबंध में कहा कि प्रशासन के टारगेट पर हमेशा गरीब और निम्न वर्ग का व्यक्ति ही होता है. उन्होंने कहा कि वह कोरोना फैले इसके समर्थक नहीं है, लेकिन इस तरह से दुकानदारों को मेले से हटाना कहां का न्याय है. प्रशासन के पास सभी सुविधाएं हैं. दुकानदारों का कोविड टेस्ट कराते, अगर कोई संक्रमित निकलता तो उसे बाहर कर देते.
मकर संक्रांति के पर्व को लेकर अब महज 1 दिन शेष है. इस मौके पर देश भर से लाखों लोग स्नान के लिए प्रयागराज संगम पहुंचते हैं. वही कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं को RTPCR रिपोर्ट के साथ ही मेले में आने के निर्देश को चुनावी साल में कैसे अमल में लाता है यह देखने वाली बात होगी.
रिपोर्ट- एस के इलाहाबादी