Magh Mela 2023: प्रयागराज में माघ मेला की तैयारियां तेज, आज साधु-संतों और संस्थाओं को आवंटित होगी भूमि

प्रयागराज में माघ मेला को लेकर प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं. माघ मेला 2023 की शुरुआत से पहले साधु संतो को मेला क्षेत्र में भूमि आवंटित की जाएगी. सबसे पहले भूमि दंडी स्वामी नगर और दंडी बाड़ा मार्ग में आवंटित की जाएगी. इसके बाद अन्य संस्थाओं को भूमि आवंटित की जाएगी.

By Sohit Kumar | December 11, 2022 9:31 AM
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Magh Mela 2023: प्रयागराज में माघ मेला 2023 को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं. माघ मेला 2023 को लेकर हर विभाग ने अपने स्तर पर काम शुरू कर दिया है. इस क्रम में आज साधु संतो को मेला क्षेत्र में भूमि आवंटित की जाएगी. सबसे पहले भूमि दंडी स्वामी नगर और दंडी बाड़ा मार्ग में आवंटित की जाएगी. इसके बाद अन्य संस्थाओं को भूमि आवंटित की जाएगी. माघ मेले के लिए फोर्स की आमद भी शुरू हो गई. पहली खेप में 50 पुलिसकर्मी मेला ड्यूटी के लिए पहुंच गए हैं.

माघ मेले को लेकर तैयारियां जोरों पर

दरअसल, इन दिनों त्रिवेणी संगम प्रयागराज में प्रतिवर्ष लगने वाले माघ मेले को लेकर तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. जमीन की लेबलिंग के साथ ही साथ पानी की सप्लाई लाइन और चक्कर प्लेट बिछाए जाने का काम शुरू हो चुका है. यहां विद्युत सप्लाई के लिए पोल गाड़ने का लगातार जारी है. इसके बाद तार खींचने का काम किया जाएगा. मेला प्रशासन, यहां भूमि पूजन की तारीख भी जल्द जारी करेगा.

माघ मेला के लिए पुलिस फोर्स का आगमन शुरू

माघ मेले के लिए पुलिस फोर्स का आगमन भी शुरू हो चुका है. बीते दिन यानी 10 दिसंबर को पहली खेप में 50 पुलिसकर्मी मेला ड्यूटी के लिए पहुंच गए हैं. इसके अलावा मेला क्षेत्र में पांच थानों का निर्माण हो गया है. इसके साथ ही शनिवार को पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने मेला क्षेत्र पहुंचकर श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सहूलियत को तैयारियों का जायजा लिया. साथ ही जवानों से संवाद भी किया. प्राप्त जानकारी के अनुसार, मेले में करीब तीन हजार जवानों की ड्यूटी लगेगी.

25 दिसंबर तक पहुंच जाएगी पूरी फोर्स

प्राप्त जानकारी के अनुसार, 25 दिसंबर तक मेला क्षेत्र में पूरी फोर्स का आगमन हो जाएगा, जोकि अलग-अलग चरणों में यहां पहुंचेगी. पुलिस के आगमन से पहले ही संगम क्षेत्र में पांच थानों का निर्माण हो चुका है. मेल में कुल 13 थाने बनाए जाने हैं, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो सके.

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