संगम तट पर माघ मेलाः पौष पूर्णिमा पर लाखों ने संगम में लगायी डुबकी, महीने भर का कल्पवास आरंभ
Prayagraj : माघ मेले (Magh Mela)के दूसरे महत्वपूर्ण स्नान पर्व पौष पूर्णिमा (Paush Purnima) पर आज लाखों श्रद्धालुओं ने संगम सहित गंगा और यमुना के विभिन्न घाटों पर डुबकी लगाई. यह क्रम शाम तक जारी रहेगा. पूर्णिमा लगने के साथ ही संगम की रेती पर माह भर के कल्पवास (Kalpavas ) की शुरुआत भी हो गई.
Prayagraj : माघ मेले (Magh Mela)के दूसरे महत्वपूर्ण स्नान पर्व पौष पूर्णिमा (Paush Purnima) पर आज लाखों श्रद्धालुओं ने संगम सहित गंगा और यमुना के विभिन्न घाटों पर डुबकी लगाई. यह क्रम शाम तक जारी रहेगा. पूर्णिमा लगने के साथ ही संगम की रेती पर माह भर के कल्पवास (Kalpavas ) की शुरुआत भी हो गई. श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए भारी पुलिस बल तैनात है.
मान्यता के अनुसार पौष शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि से ही माघ स्नान तथा कल्पवास आरंभ होता है जो माघ शुक्ल पक्ष पूर्णिमा तिथि यानी 27 फरवरी तक चलेगा. इस दौरान श्रद्धालु संगम की रेती पर माह भर तक साधनारत होकर कल्पवास करते हैं. हालांकि संक्रांति से संक्राति की मान्यता के साथ मैथिल ब्राह्मणों का कल्पवास मकर संक्रांति से ही आरंभ हो चुका है.
उत्थान ज्योतिष संस्थान के निदेशक ज्योतिर्विद पं दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली के अनुसार स्नान-दान की पौष पूर्णिमा 28 जनवरी को है. पूर्णिमा तिथि का संचरण 27 जनवरी की रात में 12.32 बजे से आरंभ होकर 28 जनवरी की रात में 12.32 बजे तक रहेगा. ऐसे में सूर्योदय से पहले ही पौष पूर्णिमा स्नानपर्व पर डुबकी आरंभ हो गई.